नई दिल्ली: अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) को उनकी खूबसूरत आवाज और गायकी के लिए जाना जाता है. उनके गाए भजन आज भी लोग सुनते हैं और फिल्मी गानों में उनके सुर का तो कोई जवाब ही नहीं. हाल ही में अनुराधा पौडवाल ने जी न्यूज से बात की और लाउडस्पीकर पर अजान के मुद्दे पर अपनी राय रखी. इस दौरान गायिका ने आज की यूथ जनरेशन को भी मैसेज दिया है और उन्हें एकजुट होने की बात कही.


हमारे देश में लाउडस्पीकर पर अजान क्यों?


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अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) ने इंटरव्यू में कहा कि वो दुनिया की कई जगहों पर ट्रैवल कर चुकी हैं लेकिन जैसा यहां होता है, कहीं और नहीं होता. मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूं लेकिन यहां अनावश्यक रूप से बढ़ा-चढ़ाकर बढ़ावा दिया जाता है. ऊंची-ऊंची आवाजों में लाउस्पीकर पर अजान चलाई जाती है, जिसकी वजह से दूसरे लोगों को लगता है कि हम अपना लाउडस्पीकर क्यों ना चलाएं. अनुराधा ने आगे कहा कि वो मिडल ईस्टर्न देशों में भी जा चुकी हैं, वहां लाउडस्पीकर पर अजान बैन है. जब मुस्लिम देशों में लाउडस्पीकर पर अजान नहीं चलाई जाती तो हमारे यहां क्यों?


अजान की वजह से लोग चलाते हैं हनुमान चालीसा


अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) ने आगे अपनी बात रखते हुए कहा कि यहां लाउडस्पीकर पर अजान चलती है तो यहां लोगों ने कहा हम हनुमान चालीसा चलाएंगे. जिस वजह से विवाद बढ़ जाता है, जो बेहद दुखद है. इसी वजह से मैं आदि शंकराचार्य की बात कर रही हूं, उनके सौंदर्य लाहिरी के स्क्रिप्चर में पावर है, ये आपको मेंटली स्ट्रॉन्ग करते हैं और सोचने की क्षमता देते हैं.


हमारी संस्कृति के बारे में पता होना चाहिए


नवरात्रि और रामनवमी के मौके पर अनुराधा पौडवाल  (Anuradha Paudwal) ने यूथ के नाम भी संदेश दिया. उन्होंने कहा कि मैं यही कहूंगी कि सबको एक जुट होकर रहना है. पूरी दुनिया में जितने भी कल्चर है वो स्ट्रॉन्ग हैं, वो एक साथ है लेकिन क्वांटिटी में हम ज्यादा है पर एक साथ हम कम हैं. हमें अपने बच्चो को इंस्पायर करना चाहिए. आदि शंकराचार्य हमारे धर्म गुरु हैं और ये बात हमें पता होनी चाहिए, पोप के बारे में हर क्रिश्चियन को पता होगा और इसी तरह हमारे कल्चर के बारे में भी पता होना चाहिए. हमारे पास चार वेद, 18 पुराण और 4 मठ हैं ऐसी बुनियादी बातों के बारे में आपको पता होना चाहिए.