Film Writing: बाहुबली और आरआरआर के राइटर ने कही हैरान करने वाली बात, मैं कहानियां लिखता नहीं बल्कि चुराता हूं
V.Vijayendra Prasad: हर कहानीकार अपने अंदाज में लिखता है. इन दिनों बाहुबली और आरआरआर जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में लिख कर सुर्खियां बटोर रहे राइटर वी.विजेंद्र प्रसाद ने गोवा में दर्शकों और उभरते लेखकों को बताया कि वह कहानी लिखते हुए क्या सोचते हैं. कैसे कहानी लिखते हैं.
Bahubali RRR Story Writer: भारतीय फिल्मों में इस समय अगर कोई सबसे कामयाब राइटर है, तो वह हैं वी. विजेंद्र प्रसाद. उनके नाम पर बड़ी-बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्में हैं. जिनमें बाहुबली, आरआरआर, मगाधीरा जैसी तेलुगु फिल्मों के साथ-साथ बॉलावुड की बजरंगी भाईजान तक शामिल हैं. विजेंद्र प्रसाद चर्चित कामयाब निर्देशक आर.राजामौली के पिता हैं. इन दिनों राजमौली निर्देशित आरआरआर ऑस्कर की रेस में है. इस बीच वी.विजेंद्र प्रसाद ने यह कर सबको चौंका दिया है कि मैं कहानियां लिखता नहीं हूं बल्कि चुराता हूं. विजेंद्र ने भारत के 53वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में बोलते हुए यह बात कही. गोवा में हो रहे इस फेस्टिवल में विजेंद्र प्रसाद एक वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे, जिसका टाइटल था ‘द मास्टर्स राइटिंग प्रोसेस.’
देर से शुरू हुआ सफर
विजेंद्र इस वर्कशॉप में उभरते हुए फिल्म मेकर्स से बातचीत में बता रहे थे कि आखिर वह इतनी बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्में कैसे लिखते हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने एक लेखक के तौर पर अपना सफर कैसे शुरू किया. वी.विजेंद्र ने बताया कि राइटर होने से पहले मैंने आजीविका चलाने के लिए बहुत सारे काम किए, जिसमें खेती का काम भी शामिल था. उन्होंने कहा कि राइटिंग उनके जीवन में बहुत देर से आई. विजेंद्र ने बताया कि मैं कोशिश करता हूं कि दर्शकों के मन में मेरी कहानियों और किरदारों के लिए लगातार भूख पैदा हो. यही वजह है कि मैं अपनी कहानियों में कुछ नया-नया करता रहता हूं.
लॉक हुआ आरआरआर का सीक्लव
उन्होंने अपने पटकथा लेखन के बारे में कहा कि मैं हमेशा सोचता हूं कि इंटरवेल से पहले कहानी में एक ट्विस्ट होना चाहिए. इसी हिसाब से मैं अपनी कहानी को बढ़ाता हूं. विजेंद्र ने कहा कि आपको ऐसा झूठ गढ़ना पड़ता है, जो सच की तरह नजर आए. जो व्यक्ति अच्छा झूठ बोल सकता है, वह अच्छा कहानीकार हो सकता है. अपने बारे में उन्होंने कहा मैं कहानियां लिखता नहीं हूं बल्कि उन्हें चुराता हूं. कहानियां आपके आस-पास हैं. चाहे वे महाभारत या रामायण हों या फिर जीवन की सच्ची घटनाएं. हर तरफ कहानियां हैं. उन्हें आपको अपने अंदाज में कहना आना चाहिए. उन्होंने कहा कि एक अच्छे कहानीकार को अपने काम का आलोचक भी होना चाहिए. विजेंद्र प्रसाद ने यह कह कर सबको चौंका दिया कि ब्लॉबस्टर आरआरआर का सीक्वल लिख कर उन्होंने लॉक कर दिया है.
ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर