Boycott Bollywood: आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा को दर्शक देखने नहीं गए और कहा जा रहा है कि बायकॉट बॉलीवुड ट्रेंड के कारण फिल्म फ्लॉप हो गई. इससे पहले भी रणवीर सिंह, रणबीर कपूर, अक्षय कुमार और विजय देवरकोंडा की फिल्में नहीं चलीं तो कहा गया कि लोगों का बॉलीवुड सितारों के प्रति गुस्सा कम नहीं हो रहा और इससे सिनेमाहॉल खाली पड़े हैं. बॉलीवुड अभी तक मानने को तैयार नहीं है कि उसकी फिल्मों का कंटेंट कमजोर है, वह दर्शकों से कनेक्ट नहीं कर पा रहा और इसीलिए उनकी फिल्में पिट रही हैं. फिल्म प्रमोट करने के लिए बॉलीवुड वाले नए-नए पैंतरे आजमा रहे हैं. आमिर खान ने साउथ के सितारों की फौज लाल सिंह चड्ढा को प्रमोट करने के लिए उतार दी थी. इन दिनों निर्माता करण जौहर (Karan Johar) भी अपनी फिल्म ब्रह्मास्त्र (Brahmastra) को प्रमोट करने के लिए साउथ वालों की शरण ले रहे हैं.


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चाहिए इंट्रेस्टिंग कंटेंट
अब आमिर की फिल्म को प्रमोट करने वाले तेलुगु के मेगास्टार चिरंजीवी (Megastar Chiranjeevi) ने कहा है कि आज सिनेमा की फिलॉसफी बदल गई है. खराब फिल्मों को दर्शक दूसरे ही दिन रिजेक्ट कर देते हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद के दौर (Post Covid Period) में बहुत सारे लोग सिनेमाघरों में फिल्म देखने आए हैं और लगातार आ रहे हैं. यह कहना गलत है कि दर्शक कोरोना के बाद सिनेमाघरों में नहीं आ रहे. लेकिन शर्त यही है कि कंटेंट इंट्रेस्टिंग होना चाहिए. उन्होंने साउथ में हाल के समय में चली सीता रामन, बिंबसार और कार्तिकेय 2 (karthikeya 2) के उदाहरण दिए. चिरंजीवी ने स्वीकार किया कि खराब कंटेंट वाली फिल्म दर्शकों द्वारा रिजेक्ट किए जाने का वह खुद शिकार हुए हैं. उल्लेखनीय है कि 2022 में आई चिरंजीवी की एकमात्र फिल्म आचार्य साउथ में बुरी तरह फ्लॉप रही. चिरंजीवी और उनके बेटे ने राम चरण ने फ्लॉप की जिम्मेदारी लेते हुए प्रोड्यूसर को 50 फीसदी फीस लौटा दी. चिरंजीवी ने यह बात एक छोटे बजट की फिल्म फर्स्ट डे फर्स्ट शो के प्रमोशन कार्यक्रम में कही.


बदल गई दर्शकों की पसंद
सच यही है कि बॉलीवुड की भी कोरोना के बाद उन्हीं फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर बुरा हाल हुआ है, जिनका कंटेंट या तो कमजोर था या फिर जो दर्शकों की भावनाओं से खुद को नहीं जोड़ सकीं. जब बड़े-बड़े सितारों की फिल्में डूबीं उसी दौर में द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) और भूल भुलैया 2 (Bhool Bhulaiya 2) जैसी फिल्मों को दर्शकों ने सुपर हिट बनाया है. वास्तव में बॉलीवुड को यह बात समझना बहुत जरूरी है कि दर्शकों की समझ, सोच और पसंद पहले से बेहतर हो गई है. हॉलीवुड या साउथ की फिल्मों को रीमेक (Remake) करके उन्हें अब नहीं बहलाया जा सकता. साथ ही बॉलीवुड को यह भी समझना होगा कि दर्शकों की भावनाओं को ठेस पहुंचा कर अब कोई फिल्म नहीं चलाई जा सकती.


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