Tv Show Raja Aur Rancho: 90 का दशक देखने वाले ज्यादातर लोगों को ये पता होगा कि दूरदर्शन ने उनके मनोरंजन के लिए क्या कुछ नहीं किया. इस एक अकेले चैनल पर उस दौर में इतनी शो और फिल्में आया करती थी, जिसके चलते लोगों को बाकी चैनलों की जरूरत ही नहीं हुआ करती थी. उस दौर में दूरदर्शन पर सीरियल से लेकर फिल्में सभी कुछ देखने को मिला करता था. बस फर्क इतना था कि सभी के चीजों के लिए दिनों को चुना गया था. 


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और अपने पसंदीदा सीरियल या फिल्म को देखने के लिए दर्शकों को हफ्ते तक इंतजार करना पड़ता था. उस समय दूरदर्शन पर कई जासूसों की अलग-अलग कहानियां दिखाई जाती थी, जिनको खूब पसंद किया जाता था. उन्हीं में से सीरियल्स में से एक था 'राजा और रैंचो'. एक खास जासूस हुआ करता था, जो अपने साथी बंदर के साथ केस सुलझाया करता था. हालांकि, इस शो के लिए दर्शकों को पूरे एक हफ्ते इंतजार किया करते थे. इस शो ने दर्शकों का खूब दिल जीता था.



'राजा और रैंचो' की जोड़ी


राजा और रैंचो की जोड़ी मिलकर कई केस यूं चुटकियों में सुलझा लेती थी. इस शो की शुरुआत साल 1997 में दूरदर्शन हुई थी. इस शो में एक राजा नाम का एक डिटेक्टिव होता था, जिसका एक बंदर होता था और उसका नाम रैंचो हुआ करता था. दोनों की जोड़ी मिलकर क्राइम केस को सुलझाया करती थी. शो में डिटेक्टिव राजा का किरदार उस दौर के जाने-माने एक्टर वेद थापर ने निभाया था और सच कहें तो उनके द्वारा निभाया गया ये किरदार आज भी दर्शकों के दिलों में ताजा है. 


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साल भर चला था शो


मुरली नालप्पा और राज वाघधरे के डायरेक्शन में बने इस शो की शुरुआत 1997 में हुई थी और ये साल 1998 में खत्म हो गया था. शो डीडी मेट्रो पर आया था और इसके लगभग 179 एपिसोड आए थे. हालांकि, 'राजा और रैंचो' में राजा का किरदार निभाने वाले वेद कई फिल्मों और टीवी शो में भी नजर आए थे, लेकिन उनको इतनी पहचान नहीं मिल पाई, जितनी इस शो से मिली. आज के समय में वो इंडस्ट्री को अलविदा कह चुके हैं और अब एक एनजीओ चलाते हैं. साथ ही वो एक डॉक्टर भी हैं.