टीवी सीरियल्स देखना पसंद करते हैं तो 'अनुपमा' शो जरूर देखा होगा. टीवी इंडस्ट्री पर कई सालों से ये शो राज कर रहा है. ऐसा शो जिसने ये साबित किया कि जरूरी नहीं कि 25-30 साल की एक्ट्रेस की लीड भूमिका अदा कर सकती है. इस शो के मेकर्स का नया आइडिया लोगों को पसंद आया. 'अनुपमा'के रूप में रूपाली गांगुली के करियर को नया जीवनदान मिला. लेकिन क्या आप जानते हैं राजन शाही के सीरियल में काम हासिल करने के लिए एक्ट्रेस ने कितने पापड़ बेले थे. कैसे 7 साल की उम्र से 46 साल की रूपाली गांगुली काम करती आ रही हैं. चलिए 'टीवी की पॉपुलर एक्ट्रेस' सीरीज में आपको आज रूपाली गांगुली की कहानी से रूबरू करवाते हैं.


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रूपाली गांगुली (Rupali Ganguly) पश्चिम बंगाल के कलकत्ता से आती हैं. उनके पिता अनिल गांगुली नेशनल अवॉर्ड विनिंग डायरेक्टर और स्क्रीनराइटर थे. 5 अप्रैल 1977 को जन्मी रुपाली के भाई भी एक्टर और प्रोड्यूसर हैं. ऐसे में उन्हें एक्टिंग और फिल्में फैमिली में शुरू से देखने को मिली. जब वह बड़ी हुईं तो उन्होंने भी थिएटर जॉइन किया. कला को बारिकी से सीखा और साथ में होटल मैनेजमेंट का कोर्स भी किया. 



 


कैसे 12 साल की रुपाली बन गईं एक्ट्रेस
एक बार रूपाली गांगुली ने खुद अपनी कहानी को बयां किया था. उन्होंने 'ऑफिशियल ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' से बातचीत में बताया था कि उन्होंने पहली बार 12 साल की उम्र में एक्टिंग की थी. उनके पिता एक फिल्म बना रहे थे, मगर आखिरी वक्त पर एक्ट्रेस ने पल्ला झाड़ लिया और पापा ने फिर बिटिया रानी को ही कास्ट कर लिया. ऐसे पहली बार रूपाली एक्ट्रेस बनी और यही से उन्होंने एक्ट्रेस बनने का भी ठान लिया था.


 



 


पिता फिल्मों में तो भी क्यों मुश्किल भरे थे रूपाली गांगुली के दिन
रूपाली गांगुली के घर में आर्थिक दिक्कतें तब शुरू हुईं जब उनके पिता अनिल गांगुली की दो फिल्में बैक टू बैक फ्लॉप हुई. ऐसे में काम मिलने में दिक्कत होने लगी. परिवार पर मुसीबतों की मानो बाढ़ सी आ गई हो. ऐसे में रूपाली गांगुली ने पिता और परिवार को सपोर्ट करने के लिए काम करना शुरू किया. कभी वह बुटीक पर काम करने लगी तो कभी उन्होंने वेटर बनकर घर चलाया। एक्ट्रेस ने बताया था कि कैसे जिस होटल में उनके पिता गेस्ट हुआ करते थे वह उसी होटल में वेटर के काम करती थीं.



 


बुरे दिन बीते रे भैया...
मगर कहते हैं न, बुरे दिन के बाद अच्छे दिन भी आते हैं. बस ऐसे ही  एक्ट्रेस का परिवार भी खुद को संभाल पाया. सब एक दूसरे की ताकत बने और बुरे वक्त को टाटा कह दिया. फिर एक्ट्रेस ने टीवी पर काम खोजा और फिर यहां अपनी जगह बनाईं. उनका पहला सीरियल साल 2000 में आया जिसका नाम था 'सुकन्या'. फिर वह 'दिल है कि मानता नहीं', 'जिंदगी तेरी मेरी कहानी', 'संजीवनी', 'भाभी', 'साराभाई vs साराभाई', 'कहानी घर घर की', 'येस बॉस', 'बिग बॉस 1' से लेकर 'आपकी अंतरा' और अब 'अनुपमा' जैसे शोज में नजर आ रही हैं.




 


बड़े ही दुख के समय मिला था 'अनुपमा'
रूपाली गांगुली के लिए 'अनुपमा' बहुत ही खास शो रहा है. इसने उनके करियर में दोबारा जान फूंकी तो दूसरा ये उनके परिवार के भी करीब रहा है. एक्ट्रेस ने बताया था कि जब वह पिता के निधन से शोक में डूबी हुई थीं तो 'अनुपमा' उन्हें ऑफर हुआ था. वह पिता के जाने से खासा दर्द में थीं लेकिन पति अश्विनी ने उन्हें मोटिवेट किया. तब वह शो के ऑडिशन के लिए तैयार हुईं. लेकिन एक्ट्रेस को 9 बार ऑडिशन देना पड़ा और तब जाकर 'अनुपमा' के लिए उनका सिलेक्शन हुआ.