Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah Cast Suicide: टीवी जगत का मशहूर कॉमेडी शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah) पिछले 14 सालों से लोगों का मनोरंजन करता आ रहा है. इस शो के हर कैरेक्टर को लोग खूब पसंद करते हैं. यूं तो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' लोगों को हंसाता रहता है. लेकिन इस शो से जुड़ी कुछ ऐसी भी घटनाएं हैं जो किसी भी आम इंसान को बुरी तरह से हिला कर रख दें. आपको जानकर हैरानी होगी कि हमेशा लोगों को गुदगुदाने वाले इस शो से जुड़े शख्स ने आत्महत्या कर ली थी.


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बेहद बुरा गुजरा साल 2020


2020 बीते कई सालों की अपेक्षा बेहद अलग और दुखद घटनाओं से भरा साल रहा है. कोरोनो वायरस फैलने के बाद से न केवल लोग घरों तक सीमित हुए बल्कि मनोरंजन जगत पर इसकी दोहरी मार पड़ी. काम बंद होने से कई कलाकार बेरोजगार हो गए वहीं मनोरंजन उद्योग ने कुछ सबसे बहुमुखी कलाकारों को भी इस दौरान खो दिया है. इरफान, खान, ऋषि कपूर, सरोज खान, सुशांत सिंह राजपूत कुछ ऐसे सेलेब्स थे, जिनका इस साल निधन हो गया. सुशांत की घटनाओं में दिखी बढ़ोत्तरी के बीच 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा के लेखक अभिषेक मकवाना ने भी आत्महत्या करके जान दे दी थी.



पैसों से जुड़ी परेशानियां


पुलिस ने कहा था कि लेखक ने अपने सुसाइड नोट में 'वित्तीय परेशानियों' का जिक्र किया है. दूसरी ओर अभिषेक के परिवार ने अब आरोप लगाया है कि मृतक ब्लैकमेल और साइबर धोखाधड़ी का शिकार था. जाहिर तौर पर, अभिषेक की मौत के बाद परिवार को धोखेबाजों से फोन आ रहे हैं. परिजनों से पैसे वापस करने की मांग की जा रही है क्योंकि परिवार को कर्ज के लिए गारंटर बनाया गया था.


मौत के बाद मांगे लोन के पैसे


मुंबई मिरर की रिपोर्ट के अनुसार चारकोप पुलिस ने 27 नवंबर 2020 को अपने कांदिवली अपार्टमेंट में अभिषेक को फांसी दिए जाने के बाद आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया था. अभिषेक के भाई जेनिस ने टैब्लॉइड को बताया था कि उसे कुछ मेल आने के बाद एक वित्तीय जाल में फंसने का एहसास हो गया था. उन्होंने आगे कहा कि अभिषेक के निधन की सूचना मिलने के बाद लोन लेने वालों के फोन आने शुरू हो गए जो अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे थे.


बार-बार दिया जा रहा था लोन


जेनिस ने आगे कहा, 'मुझे जो ईमेल रिकॉर्ड से समझ आया वह ये कि मेरे भाई ने पहले 'आसान लोन' ऐप में से एक छोटा सा ऋण लिया था जिसके लिए बहुत अधिक ब्याज दर चुकानी थी. मैंने उनके और मेरे भाई के बीच के लेनदेन को बारीकी से देखा. मैंने देखा कि मेरे भाई के लोन के लिए आवेदन नहीं करने के बावजूद वह रकम भेजते रहते थे. उनकी ब्याज दरें 30 प्रतिशत तक थीं.'


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