क्या है ‘ब्रह्मांश’ और उससे रणबीर का कनेक्शन, कौन लोग बचाते आए हैं देवताओं के दिव्य अस्त्र
ब्रह्मास्त्र का कनेक्शन ‘ब्रह्मांश’ से है. इस कहानी में शिवा बने रणबीर कपूर इसी ब्रह्मांश का हिस्सा है, जो अपनी जान की बाजी लगा कर ब्रह्मास्त्र को गलत हाथों में जाने से रोकते हैं.
Brahmastra Trailer: ब्रह्मास्त्र का ट्रेलर रिलीज होने के साथ फिल्म से जुड़ी कुछ बातें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं. फिल्म भले ही शिवा यानी रणबीर कपूर के आस-पास घूमती है लेकिन उनके कहानी केंद्र में आने से पहले कुछ बैक स्टोरी भी यहां है. असल में ब्रह्मास्त्र की रक्षा करने वाले वह अकेले नहीं हैं, बल्कि एक पूरी सोसायटी है. फिल्म बताती है कि ब्रह्मास्त्र में एक ऐसे प्राचीन समाज की कल्पना की गई है, जिसका नाम है ब्रह्मांश.
रखवाले ब्रह्मास्त्र के
ब्रह्मांश देवताओं के जमाने का एक समाज है, जिसका काम देवताओं के शक्तिशाली अस्त्रों की रक्षा करना है. सदियों से यह समाज इन दिव्य अस्त्रों की रक्षा करता आ रहा है और पीढ़ी-दर-पीढ़ी इस काम में लगे लोग, समय के साथ दुनिया में अलग-अलग जगहों पर चले गए हैं. लेकिन अंदर-अंदर वे एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं और इन दिव्य अस्त्रों की रक्षा का जिम्मा अपनी अगली पीढ़ी को सौंप जाते हैं. अमिताभ बच्चन को इसी ब्रह्मांश नाम के समाज के प्रमुख के तौर पर दिखाया गया है.
अमिताभ बता रहे
हिंदी ट्रेलर में अमिताभ बच्चन का वॉइस ओवर है और वही दर्शकों को इसकी कहानी से रूबरू कराते हैं. वह बताते हैं कि प्राचीन काल से हमारे बीच कुछ ऐसी शक्तियां हैं, जो अस्त्रों में भरी हुई हैं. ये कहानी है इन सारे सारे अस्त्रों के देवता ब्रह्मास्त्र की. यहीं आगे उनका स्वर उभरता है कि ब्रह्मास्त्र की कहानी ऐसे नौजवान की भी है, जो इस बात से अनजान है कि वो ब्रह्मास्त्र की किस्मत का सिकंदर है. जिसका नाम है शिवा.
रंग बिरंगी शक्तियां
वास्तव में समाज की रक्षा करने वाले यही रक्षक फिल्म में ब्रह्मांश कहे गए हैं, जो अलग-अलग रहते हुए भी मौका पड़ने पर एक साथ इकट्ठा हो जाते हैं और काली शक्तियों का मुकाबला करते हैं. ट्रेलर में इन्हें संकट के समय एक जगह पर इकट्ठा होते हुए भी दिखाया गया है. ब्रह्मास्त्र में अच्छी और बुरी शक्तियों में रंग से भी फर्क किया गया है. अच्छी ताकतें नीले और बुरी ताकतें लाल रंग में दिखाई गई हैं.