India-US 2+2 Dialogue In Hindi: भारत और अमेरिका के बीच 2+2 डायलॉग (2+2 Dialogue) होने जा रहा है. 2+2 डायलॉग में भारत के विदेश और रक्षा मंत्री अपने अमेरिकी काउंटरपार्ट से मीटिंग करेंगे. इस मीटिंग में भारत की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर होंगे तो वहीं अमेरिका की तरफ से अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन मौजूद रहेंगे. जान लें कि भारत का 2+2 डायलॉग सिर्फ QUAD देशों के साथ होता है. भारत, अमेरिका के अलावा 2+2 डायलॉग जापान और ऑस्ट्रेलिया से करता है. आइए आसाना भाषा में समझते हैं कि 2+2 डायलॉग क्या होता है और इसकी जरूरत क्या है?


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2+2 डायलॉग क्या होता है?


बता दें कि 2+2 डायलॉग 2 देशों के बीच मिनिस्टर लेवल की वार्ता होती है. इसके तहत दो देशों के बीच अलग-अलग मंत्रालयों के बीच मीटिंग होगी. 2+2 डायलॉग में दो देशों के मंत्री हिस्सा लेते हैं. इसी कारण से इसको 2+2 डायलॉग कहा जाता है. आज भारत और अमेरिका के बीच 2+2 डायलॉग हो रही है. 2+2 डायलॉग के लिए भारत और अमेरिका के दो-दो मंत्री हाई लेवल मीटिंग करेंगे.


क्या है 2+2 डायलॉग का मकसद?


जान लें कि 2+2 डायलॉग भारत-अमेरिका के बीच डिफेंस, सिक्योरिटी और स्ट्रैटेजिक कॉपरेशन की समीक्षा करने का मंच है. 2+2 डायलॉग क्वाड देश यानी अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच ही होती है. हिंद महासागर में चीन के बढ़ते दबदबे और अवैध गतिविधियों को काउंटर करने के लिए क्वाड बना था. इसमें चार देश भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान हैं. इसके अलावा 2+2 डायलॉग में रक्षा और डिफेंस के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा होती है.


भारत-US के बीच पहला 2+2 डायलॉग कब हुआ?


गौरतलब है कि क्वाड की स्थापना तो 2007 में हुई थी. हालांकि, इस पर काम एक्टिव तौर पर 2017 में शुरू हुआ. फिर जाकर 2018 में पहली बार भारत और अमेरिका के बीच 2+2 डायलॉग हुआ. 2018 से अब तक भारत और अमेरिका के बीच 4 बार 2+2 डायलॉग हो चुका है. आज पांचवां 2+2 डायलॉग दोनों देशों के बीच हो रहा है.


कितनी तेजी से गहरे हुए भारत-अमेरिका के संबंध?


2+2 डायलॉग पर अमेरिका के एक पूर्व सीनियर डिफेंस ऑफिसर ने कहा कि अमेरिका-भारत के रक्षा संबंध सही दिशा में हैं. 2+2 डायलॉग इस बात का एक बड़ा उदाहरण है. दोनों देशों ने 2+2 डायलॉग को आगे बढ़ाने पर काफी महत्व दिया है. 2+2 डायलॉग में भारत और अमेरिका तेजी से बढ़ते रणनीतिक रिश्तों की समीक्षा करेंगे.


उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका-भारत के रक्षा संबंधों से पिछले कुछ सालों में काफी तेजी आई है. 2016 के बाद से जब भारत, अमेरिका मेन डिफेंस पार्टनर बना. हम आज 20 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा की डिफेंस डील कर चुके हैं. जो 2008 में लगभग जीरो था. 5वें 2+2 डायलॉग से भी हमें काफी उम्मीदें हैं.