What is Turbulence: एयर टर्बुलेंस एक बार फिर से चर्चा में है. इसका कारण यह है कि टर्बुलेंस के चलते सिंगापुर एयरलाइंस की एक फ्लाइट की बैंकॉक में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. इसमें एक की मौत भी हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं. आइए समझते हैं कि टर्बुलेंस क्या होता है और कितना खतरनाक होता है. असल में टर्बुलेंस को वायुमंडलीय अशांति कहा जाता है, साइंटिफिक शब्दों में कहें तो यह हवा में होने वाले अनियमित और अप्रत्याशित गति का प्रवाह है. यह तब होता है जब हवा में विभिन्न गति और दिशाओं वाले वायु द्रव्यमान आपस में टकराते हैं, जिसके चलते अशांत और अप्रत्याशित हवा की गति पैदा होती है.


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इसी दरम्यान जब उस जगह पर कोई हवाई जहाज होता है तो उसका संतुलन बिगड़ जाता है और हवा में ही वह गोते लगा देता है. हालांकि यह बहुत दुर्लभ होता है क्योंकि प्लेन की बनावट इस तरह की जाती है कि टर्बुलेंस से वह निपट पाए. टर्बुलेंस को अक्सर हवा में गड्ढों या हवा के झटकों के रूप में भी महसूस किया जाता है. टर्बुलेंस  हवाई जहाज़ों में उड़ान के दौरान अस्थिरता और कंपन का कारण बन जाता है. इसीलिए  कभी-कभी यात्रियों को असुविधा या चोट भी पहुंचा देता है. टर्बुलेंस सभी ऊंचाईयों पर हो सकता है लेकिन यह आमतौर पर 3,000 और 10,000 फीट के बीच की ऊंचाई पर अधिक होता है.


टर्बुलेंस कैसे उत्पन्न होते हैं? 


ठंडी और गर्म हवा का मिलना: जब ठंडी और गर्म हवा आपस में मिलती हैं, तो घनत्व में अंतर के कारण अशांति पैदा होती है. गर्म हवा कम घनी होती है और ऊपर उठती है, जबकि ठंडी हवा अधिक घनी होती है और नीचे गिरती है. इस गतिविधि से हवा में घूमने-फिरने और अशांति पैदा होती है.


पहाड़ों और ऊंची इमारतों से हवा का प्रवाह: जब हवा पहाड़ों या ऊंची इमारतों से होकर बहती है, तो इसका प्रवाह बाधित होता है, जिससे अशांति पैदा हो सकती है. हवा ऊपर की ओर बहती है और पहाड़ों या इमारतों से टकराकर ऊपर उठती है, फिर नीचे गिरती है, जिससे हवा में अशांति पैदा होती है.


तूफान और जेट स्ट्रीम: तूफान और जेट स्ट्रीम में हवा की गति बहुत तेज होती है, जिससे अशांति पैदा हो सकती है. तूफानों में, हवा गर्म और ठंडी हवा के तेजी से मिलने और ऊपर उठने से उत्पन्न होती है, जिससे अत्यधिक अशांति पैदा होती है. जेट स्ट्रीम में, हवा बहुत ऊंचाई पर तेजी से बहती है, जिससे हवा में घूमने-फिरने और अशांति पैदा होती है.


टर्बुलेंस से कितना खतरा होता है?


टर्बुलेंस आमतौर पर हवाई यात्रा के लिए खतरा नहीं होता है. आधुनिक विमान टर्बुलेंस को सहन करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, और पायलटों को टर्बुलेंस से बचने और उससे निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है. हालांकि, कुछ मामलों में, टर्बुलेंस गंभीर हो सकता है और हवाई जहाज को हिला सकता है. इससे यात्रियों को चोट लग सकती है और सामान क्षतिग्रस्त हो सकता है.


गंभीर टर्बुलेंस आमतौर पर केवल तूफान या जेट स्ट्रीम जैसी चरम मौसम स्थितियों में होता है. यदि आप उड़ान के दौरान गंभीर टर्बुलेंस का अनुभव करते हैं, तो आपको शांत रहना चाहिए और फ्लाइट अटेंडेंट के निर्देशों का पालन करना चाहिए.


खतरे का आकलन:
हल्का टर्बुलेंस:यह सबसे आम प्रकार का टर्बुलेंस है, और यह हवाई यात्रा के लिए कोई खतरा नहीं है. हल्के टर्बुलेंस में, विमान थोड़ा हिल सकता है या हिल सकता है, और यात्रियों को हल्का झटका महसूस हो सकता है.


मध्यम टर्बुलेंस: यह हल्के टर्बुलेंस से अधिक गंभीर है, लेकिन यह अभी भी आम तौर पर हवाई यात्रा के लिए खतरा नहीं है. मध्यम टर्बुलेंस में, विमान अधिक हिल सकता है और हिल सकता है, और यात्रियों को मध्यम झटके महसूस हो सकते हैं. कुछ यात्रियों को थोड़ी मतली या चक्कर आना भी महसूस हो सकता है.


गंभीर टर्बुलेंस: यह सबसे दुर्लभ प्रकार का टर्बुलेंस है, और यह हवाई यात्रा के लिए खतरा पैदा कर सकता है. गंभीर टर्बुलेंस में, विमान हिंसक रूप से हिल सकता है और हिल सकता है, और यात्रियों को गंभीर झटके महसूस हो सकते हैं. कुछ मामलों में, गंभीर टर्बुलेंस के कारण चोटें और सामान क्षति हो सकती है.


गंभीर टर्बुलेंस आमतौर पर केवल तूफान या जेट स्ट्रीम जैसी चरम मौसम स्थितियों में होता है. राष्ट्रीय एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के अनुसार, 1982 से 2020 तक वाणिज्यिक विमानों में टर्बुलेंस से संबंधित केवल 11 घातक दुर्घटनाएं हुई हैं.


टर्बुलेंस किसी भी ऊंचाई पर हो सकता है, लेकिन यह 3,000 से 30,000 फीट के बीच की ऊंचाई पर सबसे आम है. टर्बुलेंस को रडार द्वारा पता नहीं लगाया जा सकता है, इसलिए पायलटों को अक्सर इसे दृश्य संकेतों या यात्रियों की रिपोर्टों से अवगत कराया जाता है. यदि आप उड़ान के दौरान टर्बुलेंस का अनुभव करते हैं, तो सबसे अच्छा काम अपनी सीट बेल्ट को कसकर पकड़ना और शांत रहना है.


टर्बुलेंस से बचने के उपाय:


टर्बुलेंस को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता, लेकिन यात्रा के दौरान यह घटना हो जाए तो आप कुछ उपाय करके इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं:
अपनी सीट बेल्ट बांधकर रखें: यह सबसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय है. टर्बुलेंस अप्रत्याशित हो सकता है, इसलिए अपनी सीट बेल्ट हमेशा बांधकर रखें, भले ही आपको लगे कि हवा शांत है.
ढीले कपड़े और गहने पहनने से बचें: यदि टर्बुलेंस गंभीर है, तो ढीले कपड़े और गहने घायल हो सकते हैं.
अपने हाथों को अपनी गोद में रखें या उन्हें अपने सिर के पीछे रखें: इससे आपको अपने सिर और चेहरे को चोट से बचाने में मदद मिलेगी.
गहरी सांस लें और शांत रहें: टर्बुलेंस तनावपूर्ण हो सकता है, लेकिन शांत रहना महत्वपूर्ण है. गहरी सांस लेने से आपको शांत रहने में मदद मिलेगी.
अगर आपको एयर सिकनेस हो रही है, तो अपने साथ दवा लें: टर्बुलेंस एयर सिकनेस को बदतर बना सकता है. (इस कॉपी को लिखने में एआई की मदद ली गई है.)