Donald Trump Team Super Women: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की छवि महिला विरोधी बनाने की कोशिश की जा रही थी. वहीं, महिलाओं के मुद्दे और वोटों के दम पर कमला हैरिस व्हाइट हाउस पहुंचने को लेकर लगभग आश्वस्त थीं. हालांकि, नतीजा उल्टा पड़ा गया. ट्रंप ने अपनी टीम में कई महिलाओं को प्रमुख पदों पर नियुक्त किया है.
Trending Photos
Women Prticipation In US Govt: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी टीम में महिला शक्ति को खास तवज्जो दी है. सरकार और प्रशासन के कई प्रमुख पदों पर महिलाओं की नियुक्ति के जरिए डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव के दौरान प्रचारित की गई अपनी महिला विरोधी छवि को सुधारने में जुट गए हैं. क्योंकि बड़े पैमाने पर अमेरिकी महिलाओं को ट्रंप की प्रतिद्वंदी कमला हैरिस का समर्थक वर्ग माना जा रहा था.
ट्रंप के खिलाफ और कमला हैरिस के पक्ष में महिला सेलेब्रिटी
राष्ट्रपति चुनाव के दौरान अमेरिका की कई महिला सेलेब्रिटी ने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ और कमला हैरिस के पक्ष में जमकर प्रचार-प्रसार भी किया था. महिलाओं के दम पर कमला हैरिस व्हाइट हाउस पहुंचने की कोशिश कर रही थीं. साथ ही, अबॉर्शन कानून के मामले में बयान को लेकर पूरे चुनावी कैंपेन के दौरान ट्रंप पर महिलाओं के मुद्दे से जुड़े तमाम के कई आरोप लगाए जाते रहे थे. हालांकि, ट्रंप ने लगातार इसका जवाब दे रहे थे, लेकिन पिछले चुनावों की तरह उनकी बेटी इवांका ट्रंप भी इस बार सक्रिय नहीं दिखीं.
नई टीम में चार वंडर वीमेन के साथ अमेरिका में 'ट्रंप' कार्ड
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने आगामी प्रशासन के लिए जिन महिला हस्तियों को नॉमिनेट किया है, उन्हें देखें तो अमेरिकी सरकार के तेवर को समझा जा सकता है. ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के एंबेसडर के पद के लिए एलिस स्टेफनिक को चुना है. इससे पहले उन्होंने व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ पद के लिए सूसी विल्स को चुना था. अमेरिका की पहली हिंदू सांसद रहीं तुलसी गबार्ड को अमेरिका ट्रंप ने राष्ट्रीय खुफिया विभाग का निदेशक बनाया है. वहीं, क्रिस्टी नोएम को होमलैंड सिक्योरिटी मिनिस्टर बनाया है.
व्हाइट हाउस में बढ़ी महिला शक्ति का दुनिया को अहसास
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में व्हाइट हाउस में बढ़ी हुई महिला शक्ति का दुनिया को अहसास होगा. ट्रंप कार्यकाल 2.0 की इन चारों टॉप महिलाओं को वंडर और सुपर वुमेन बताया जा रहा है. ट्रंप को व्हाइट हाउस पहुंचाने में इन लोगों ने भी पूरा जोर लगाया था. इसलिए ट्रंप ने चुनाव जीतते ही प्राथमिकता के आधार पर इनमें से किसी को इंटेलिजेंस का जिम्मा सौंपा तो किसी को चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में तैनात किया. आइए, टीम ट्रंप की बेहद ताकतवर इन चारों महिला हस्तियों के बारे में जानते हैं.
व्हाइट हाउस की पहली महिला चीफ ऑफ स्टाफ सूजी विल्स
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ जैसे बेहद अहम पद के लिए सूजन उर्फ सूजी विल्स का चयन किया गया है. व्हाइट हाउस की चीफ ऑफ स्टाफ पद पर पहली बार महिला को नियिक्त कर ट्रंप ने अमेरिकी की महिला वोटर्स को बड़ा मैसेज दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने सूजी विल्स की नियुक्ति को लेकर कहा कि सूजी विल्स ने उन्हें अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी राजनीतिक जीत हासिल करने में मदद की है. ट्रंप ने कहा कि सूजी उनके 2016 और 2020 के सफल अभियानों का अभिन्न हिस्सा थीं.
सख्त, स्मार्ट और इनोवेटिव सूजी विल्स का दुनिया भर में सम्मान
ट्रंप ने लोगों को बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में पहली महिला चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में चुनी गईं सूजी विल्स सख्त, स्मार्ट और इनोवेटिव हैं. साथ ही दुनिया भर में उन्हें व्यापक तौर पर सम्मान मिलता है. वह अमेरिका को फिर से महान बनाने के लिए अथक प्रयास करती रहेंगी. सूजी विल्स चीफ ऑफ स्टाफ की भूमिका के लिए शीर्ष दावेदार बनकर उभरी थीं. इस पद पर 67 साल की काबिल सूजी विल्स का होना महिलाओं का सम्मान है.
राष्ट्रीय खुफिया विभाग की निदेशक तुलसी गबार्ड
हवाई की पूर्व सांसद तुलसी गबार्ड अमेरिका की पहली हिंदू सांसद भी हैं. राष्ट्रीय खुफिया विभाग की पहली हिंदू महिला निदेशक बनाई गई तुलसी डेमोक्रेटिक पार्टी से रिपब्लिकन पार्टी में शिफ्ट हुई थीं. तुलसी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इस बार ट्रंप का समर्थन किया था. हालांकि, साल 2022 में उन्होंने खुद डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी, लेकिन बाद में अपना नाम वापस लेने के साथ ही डेमोक्रेटिक पार्टी छोड़ दी थी.
प्राउड हिंदू तुलसी का भारत के लिए सॉफ्ट कार्नर
खुद को प्राउड हिंदू बताने और अक्सर पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार की निंदा करने वाली तुलसी गबार्ड को भारत के लिए सॉफ्ट कार्नर वाला नेता भी माना जाता रहा है. तुलसी गबार्ड खुफिया मामलों पर व्हाइट हाउस की सलाहाकार भी होंगी. इसके साथ ही अमेरिका की 18 जासूसी एजेंसियों के कामकाज की निगरानी करेंगी.
ये भी पढ़ें - Elon Musk: एलन मस्क की दौलत की बराबरी करने में कितना वक्त लगेगा? जानिए सैलरी वालों को कितनी बार जन्म लेना पड़ेगा
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत एलिस स्टेफैनिक
डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत पद के लिए न्यूयॉर्क की सीनेटर एलिस स्टेफैनिक को चुना है. डोनाल्ड ट्रंप की कट्टर समर्थक एलिस स्टेफैनिक ने हॉर्वर्ड से पढ़ाई की है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बुश के कार्यकाल में उनके प्रशासन में काम कर चुकी 40 साल की एलिस स्टेफैनिक के चुनाव का ऐलान करते हुए ट्रंप ने उन्हें अमेरिका की फर्स्ट फाइटर बताया था. ट्रंप की भरोसेमंद एलिस साल 2019 में महाभियोग के दौरान भी उनके लिए वफादार बनी रही थीं. इजरायल की भी मुखर समर्थक एलिस स्टेफैनिक अमेरिका में एंटी इजरायल प्रोटेस्ट की अगुवाई करने वाली यूनिवर्सिटीज को लेकर आक्रामक रही हैं.
ये भी पढ़ें - Tulsi Gabbard: ट्रंप की टीम में हिंदू का जलवा, राम-राम कहने वाली तुलसी को बड़ी जिम्मेदारी
यूएस की होमलैंड सिक्योरिटी मिनिस्टर क्रिस्टी नोएम
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई टीम में डकोटा की गवर्नर क्रिस्टी नोएम को आगामी कार्यकाल के लिए होमलैंड सिक्योरिटी मिनिस्टर बनाया है. साल 2018 में पहली बार दक्षिण डकोटा की पहली महिला गर्वनर बनीं क्रिस्टी नोएम ने उस साल हुए चुनाव में भी तत्कालीन राष्ट्रपति ट्रंप का समर्थन किया था. अपने दबंग और धाकड़ अंदाज के लिए मशहूर क्रिस्टी नोएम को ट्रंप ने सीमाओं की सुरक्षा, साइबर खतरों से निपटने, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई सहित कई अहम जिम्मेदारियां दी हैं. होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट में क्रिस्टी नोएम अमेरिका के बॉर्डर जार चुने गए टॉम होमन के साथ काम करेंगीं.