नई दिल्ली: खाने की कई चीजों में मैदे (Maida) का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि जो मैदा आप खा रहे हैं, उसमें मिलावट (Adulteration in Maida) भी हो सकती हैं? भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने ट्वीट कर बताया है कि मैदे की शुद्धता की पहचान कैसे कर सकते हैं.


मैदे में बोरिक एसिड की मिलावट 


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मैदा (Maida) दिखने में काफी साफ लगता है, इसलिए आमतौर पर इसकी पहचान नहीं हो पाती कि इसमें किसी तरह की मिलावट भी हो सकती है. FSSAI के मुताबिक, मैदे में बोरिक एसिड की मिलावट की जाती है.


मैदे में बोरिक एसिड की मिलावट आपको बीमार कर सकती है. बोरिक एसिड का इस्तेमाल एंटीसेप्टिक दवा के तौर पर कीटाणुओं को मारने के लिए किया जाता है. ये बैक्टीरिया और फंगस को बढ़ने से रोकता है.


खाने से हो सकती हैं ये समस्याएं


मिलावटी मैदा (Maida) खाने से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं. इससे लिवर एंजाइम बढ़ सकता है. इसके अलावा पेट में दर्द, एलर्जी, जलन, उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है.




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ऐसे करें शुद्धता की पहचान


-सबसे पहले एक ट्‌यूब में 1 ग्राम मैदा लें. इसमें 5 मिलीलीटर पानी मिलाएं.


-अब ट्‌यूब में डाली हुई सामग्री को हिलाएं और इसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें मिलाएं.


-इसके बाद टर्मरिक पेपर के स्ट्रिप को घोल में डुबोएं.


-अगर मैदे में मिलावट होगी तो टर्मरिक पेपर का रंग लाल हो जाएगा. वहीं अगर मिलावट नहीं होगी तो रंग में कोई बदलाव नहीं दिखेगा.


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