नई दिल्ली: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व कार्तिक छठ रविवार यानी 11 नवंबर से शुरू होगा. सूर्योपासना के इस पवित्र चार दिवसीय महापर्व के पहले दिन छठव्रती श्रद्धालु नर-नारी अंतःकरण की शुद्धि के लिए शनिवार को नहाय खाय के संकल्प के साथ नदियों-तालाबों के निर्मल एवं स्वच्छ जल में स्नान करने के बाद शुरू करेंगे. छठ पर्व की तैयारियां करीब-करीब पूरी हो चुकी है. चार दिन तक चलने वाले इस त्योहार में पकवानों का भी अपना एक अलग महत्व है. हर दिन अलग-अलग तरह के पकवान बनाए जाते हैं. 


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पहले दिन क्या होता है खास
व्रत के दिन की शुरूआत नहाय खाय से शुरू होगा. नहाए-खाए के दिन महिलाएं और पुरुष नदियों में स्नान करते हैं. इस दिन मिट्टी के चूले पर खाना बनाया जाता है. दिनभर निर्जला व्रत रखकर शाम को चावल और गन्ने के रस की खीर, रोटी और कद्दू (लौकी) की सब्जी बनाई जाती है. इस दिन कद्दू की सब्जी का विशेष महत्व है. 


कैसे बनती है गन्ने के रस की खीर
गन्ने के रस की खीर बहुत ही स्वादिष्ट बनती है. सबसे पहले चावल को धोकर पानी में भिगोकर रख दें. अब एक कड़ाही में गन्ने के रस को उबलने के लिए रखें. जब इसमें उबाल आ जाए तो इसमें भिगोए हुए चावल डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें. फिर इसमें इलायची पाउडर डाल दें. अब चावल को धीमी आंच पर पकने दें. थोड़ी-थोड़ी देर के बाद इसे चलाते रहें. अब खीर एक चिकने मिश्रण का रूप ले लेगी तो इसमें मेवे डाल दें. कुछ देर चलाते हुए पकाएं फिर आंच बंद कर दें. गन्ने की खीर को ठंडा होने के बाद सर्व करें.


हमारे देश में हर फेस्टिवल पर पकवानों और मिठाइयों की अपनी खास जगह है. जैसे छठ पर्व, लोहड़ी, और मकर सक्रांति के शुभ अवसर पर गन्ने की खीर की अपनी ही खासियत है.