Gadar 2 CGI Use: बॉलीवुड फिल्म ग़दर 2 में एक सीन ऐसा था जिसे देखते समय ऑडियंस की चीज निकल गई और उन्हें हक्का-बक्का कर गई. यह सीन भले कुछ सेकंड्स का ही था लेकिन इसे देखने के बाद ऑडियंस का रिएक्शन ही कुछ अलग था क्योंकि उन्हें इस सीन की उम्मीद ही नहीं थी. दर असल यह सीन दिवंगत एक्टर अमरीश पुरी पर फिल्माया गया है लेकिन लोगों को यकीन ही नहीं हो रहा है कि आखिर कैसे इतने सालों बाद अमरीश पुरी को इस फिल्म में दिखाया गया है. अगर आपने भी यह फिल्म देखी है और इस सीन को भी देखा है तो बता दें कि दिवंगत एक्टर को CGI की मदद से रीक्रिएट किया गया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या क्या होती है CGI तकनीक 


सीजीआई (CGI) का पूरा नाम "कंप्यूटर जनरेटेड इमेजरी" होता है, और यह एक प्रकार की तकनीक है जिसका उपयोग ग्राफिक्स और विज़ुअल इफेक्ट्स को तैयार करने के लिए किया जाता है. CGI का उपयोग वीडियो गेम्स, फ़िल्मों, टेलीविजन शोज़, डिज़ाइन और अन्य मल्टीमीडिया प्रोजेक्ट्स में किया जाता है.


CGI तकनीक इस तरीके से काम करती है:


मॉडेलिंग (Modeling): पहला स्टेप है वस्तुओं को 3D मॉडल्स में डिज़ाइन करना. यह मॉडल्स विभिन्न आयाम और आकार के हो सकते हैं और इन्हें सामान्य ज्यामिति तकनीकों का उपयोग करके बनाया जाता है.


टेक्स्चरिंग (Texturing): मॉडल्स को वास्तविक जीवन की तरह दिखाने के लिए उन्हें टेक्स्चर्स दिए जाते हैं. ये टेक्स्चर्स आमतौर पर इमेज के रूप में होते हैं. 


रिगिंग (Rigging): मॉडल्स को गतिशील बनाने के लिए उन्हें एक स्केलेटन सिस्टम दिया जाता है. इस सिस्टम की मदद से डिज़ाइनर्स मॉडल को विभिन्न अंगुलियों और आराम से हिलने वाले हिस्सों के साथ जोड़ सकते हैं.


एनिमेशन (Animation): मॉडल्स को गतिशील बनाने के बाद, उन्हें जानकारी और गति देने के लिए एनिमेशन की जाती है. यह वास्तविक चलने वाले और काम करने वाले मॉडल्स को बनाता है.


रेंडरिंग (Rendering): एनिमेशन और मॉडल्स का अंतिम रूप बनाने के लिए रेंडरिंग की जाती है. यह प्रक्रिया ग्राफिक्स को चित्रित करने और विभिन्न शैलियों और एफेक्ट्स को जोड़ने में मदद करती है.


CGI तकनीक का उपयोग आजकल फ़िल्म और टेलीविजन उद्योग और वीडियो गेम्स में किया जाता है.