Jodhpur Police: साल 2024 की शुरुआत जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट ने एक खास अंदाज में की है. इस बार जोधपुर में न तो शोर-शराबा हुआ, न ही ज्यादा पार्टियां. इसके बजाय, पुलिस ने सेहत को ज्यादा अहमियत दी. ट्रैफिक पुलिस ने जोधपुर डेयरी और श्रीराम अस्पताल के साथ मिलकर शहर के बड़े चौराहों पर लोगों को दूध बांटा. इस पहल का मकसद लोगों को अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रेरित करना और शराब पीने से रोकना था. शहर के कई चौराहों पर लोगों को दूध पीते देखा गया. इस अभियान के लिए पुलिस ने बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगवाकर पहले से ही लोगों को इसकी जानकारी दी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस पहल में शामिल हों.


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जोधपुर पुलिस ने चौराहों पर बांटें दूध


नए साल के जश्न में, जोधपुर पुलिस कुछ अलग ही अंदाज में नजर आई. उन्होंने शहर के मुख्य चौराहों और सड़कों पर लोगों को दूध पिलाया, ये कहकर कि वो शराब की बजाय दूध के साथ नव वर्ष का स्वागत करें. पुलिस का ये नया नारा "नए साल का स्वागत शराब से नहीं, दूध से करें" लोगों को काफी पसंद आया और उन्होंने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. शहर के अलग-अलग जगहों पर पुलिसवालों ने ही सारी व्यवस्थाएं संभालीं.


शहर के कई चौराहों पर बांटें गए दूध


जोधपुर के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त भोपाल सिंह लखावत ने बताया कि नए साल के जश्न में शराब न पीकर दूध पीने के लिए प्रोत्साहित करने का अभियान चलाया गया था. इस अभियान में भामाशाहों का भी सहयोग मिला. शहर के बड़े चौराहों पर दूध बांटा गया, जिनमें जालोरी गेट, रेलवे स्टेशन, पवाता सर्कल, खेत सिंह तिराहा शामिल थे. चौराहों के अलावा दूध के स्टॉल लगाए गए, जहां लोगों को आमंत्रित किया गया. काफी भीड़ इकट्ठी हुई और लोगों ने न सिर्फ वहीं दूध पिया, बल्कि बकेट और केतली में भरकर भी ले गए.


पहली बार शहर के रिक्टिया भैरुजी चौराहे पर पुलिसवालों ने खुद लोगों को दूध पिलाकर नया साल मनाया. इस खास इवेंट का आयोजन जोधपुर डेयरी और पुलिस कमिश्नरेट ने मिलकर किया. नए साल के जश्न में ऐसी पुलिस पहल पहले कभी नहीं हुई थी, इसलिए सभी जगह इसकी चर्चा हो रही है.