Umer Ahmad Ganie NEET: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) देश में पास होने वाली सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक है, लेकिन कश्मीर के पुलवामा जिले की एक छोटी सी जगह जगिगाम के मूल निवासी उमर अहमद गनी की NEET UG 2023 पास करके एनईईटी सफलता की कहानी ने एक दुर्लभ उपलब्धि हासिल की है. 


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जब उमर अहमद गनी ने NEET 2022 की परीक्षा दी, तो वह सिर्फ 19 साल के थे. वह अपने परिवार में गरीबी के चक्र को खत्म करते हुए, अपने परिवार में पहले डॉक्टर बनने की राह पर थे. लेकिन यह उनके लिए सफलता की आसान राह नहीं थी. गनी अपने समुदाय में एक चित्रकार और दिहाड़ी मजदूर हैं, जो कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र के एक छोटे से गांव में रहता है. जब वह अपने गांव में पेंटिंग का काम पूरा कर रहे थे, तब उनके परिवार को यह सुनकर बहुत खुशी हुई कि उन्होंने एनईईटी परीक्षा पास कर ली है.


जन्म से ही गरीबी से जूझ रहे उम्मेद ने छोटी सी उम्र में अपने छोटे से पुलवामा गांव में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था. सोलह साल की उम्र में, उन्होंने अपने पिता के साथ परिवार के भरण-पोषण में मदद करने के लिए अपने भाई के साथ काम करना शुरू किया.


अपने पिता के बीमार पड़ने के बाद उमर ने फुल टाइम काम करना शुरू कर दिया. वह रोजाना दोपहर 2:00 बजे तक स्कूल जाते थे और शाम 7:00 या 8:00 बजे तक मजदूरी करते थे. हालांकि, उन्होंने डिग्री हासिल करने और डॉक्टर बनने की अपनी इच्छा को कभी नहीं जाने दिया. 


उनके परिवार के पास अब तक एकमात्र पैसा उमर अहमद गनी की रोजाना की 600 रुपये की आमदनी ही थी. उमर रात 8 बजे उठते थे. हर दिन, घर जाते और सुबह तीन बजे तक पढ़ाई करते, स्कूल के लिए सुबह छह बजे ही उठ जाते. उमर कड़ी मेहनत कर रहे थे, उनको तब रिवार्ड मिला जब उन्होंने फाइनली NEET 2022 परीक्षा 720 में से 601 नंबर के साथ पास की, जिससे उन्हें एक टॉप सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल गया.