कैंसर के कारण होने वाली मौतों से बचने के लिए दो चीजें सबसे जरूरी हैं, एक तो स्वस्थ जीवनशैली और दूसरा शरीर में कोई भी असमानता लगातार बनी हुई है तो उसे नजरअंदाज न करना. कैंसर जब प्राइमरी स्टेज (जिस भाग में विकसित हुआ है, वहीं तक सीमित रहता है) में होता है तो उपचार आसान होता है और जीवित रहने की संभावना भी बढ़ जाती हैं. सेकेंडरी स्टेज में यह मेटास्टैसिस होकर बाकी भागों में भी फैलने लगता है, जिससे उपचार जटिल हो जाता है. इससे मृत्यु का खतरा 90-95 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. भारत में कैंसर के 70-80 प्रतिशत मामले तीसरी व चौथी स्टेज पर सामने आते हैं.


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अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के अनुसार, स्टेज-1 में कैंसर ठीक होने की संभावना 95 प्रतिशत तक होती है, जबकि स्टेज-4 में आते-आते स्थिति ठीक होने की संभावना 5 प्रतिशत से भी कम रह जाती है. कैंसर के उपचार के लिए कई थेरेपियां उपलब्ध हैं. इनका चयन इस आधार पर किया जाता है कि कैंसर कौन से चरण में है, मरीज की सेहत और उम्र कैसी है. जिन मरीजों की उम्र 75-80 वर्ष है, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी के साइड इफेक्ट्स को देखते हुए, टारगेट थेरेपी और इम्यून थेरेपी से उपचार करने का प्रयास किया जाता है.


इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
कैंसर के कुछ लक्षण बड़े ही सामान्य होते हैं, जो दूसरे रोगों में भी दिखते हैं. इसलिए खुद से किसी नतीजे पर न पहुंचे. शरीर के किसी भी पार्ट में उभार या गांठ, किसी पार्ट से बहुत खून बहना, खांसी व गले की खराश, मल त्यागने की आदतों में बदलाव, मूत्र मार्ग से जुड़ी समस्याएं, तेज दर्द, वजन कम होना, निगलने में दिक्कत, बार-बार बुखार रहना, लगातार थकान व त्वचा में बदलाव और सांस फूलना कैंसर के कुछ लक्षण हैं. अगर इनमें से को कोई लक्षण लंबे समय से बना हुआ है और समय के साथ गंभीर हो रहा है तो उसे नजरअंदाज न करें.


कैंसर से बचाव के उपाय
शोध कहते हैं कि पौष्टिक खानपान, एक्टिव लाइफस्टाइल और नियंत्रित वजन रखकर कैंसर के जोखिम को काफी कम किया जा सकता है. इसके अलावा नीचे बताई गई चीजों को भी फॉलो करें.
- फैट, चीनी और लाल मांस का सेवन कम करें.
- पौधों के उत्पाद अधिक खाएं और नियमित व्यायाम करें.
- शराब, धूम्रपान व तंबाकू के सेवन से बचें.
- तनाव मुक्त रहने के लिए जरूरी उपाय अपनाएं.
- परिवार के किसी सदस्य को कैंसर रहा है तो नियमित जांच कराते रहें.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.