Ayurvedic Tips for Constipation: कब्ज कई स्वास्थ्य चिंताओं और कॉम्प्लिकेशन की शुरुआत है क्योंकि यह तनाव, चिंता, कम ऊर्जा, मोटापा आदि का कारण हो सकता है. लगभग सभी लोग को जीवन में कभी न कभी कब्ज की समस्या होती है. यदि आपको कब्ज की समस्या है तो आप कुछ घरेलू उपचार शुरू करें, ताकि समस्या और ना बढ़ जाए.


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कब्ज क्यों होता है?
कब्ज का सबसे आम कारण भारी, खट्टा, प्रोसेस्ड, रिफाइंड और बिना फाइबर वाले फूड का अधिक सेवन है. कुछ लोगों को ठंडा पानी पीने की आदत होती है, जिससे भी कब्ज होता है. आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में वात (vata) की अधिकता के कारण कब्ज होता है. आइए जानते हैं कब्ज से छुटकारा पाने के कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे.


1. हरीतकी और अरंडी का तेल
हरीतकी को टर्मिनलिया चेबुला भी कहा जाता है, जो अपने रेचक प्रभावों के लिए जाना जाता है और अरंडी का तेल शरीर से टॉक्सिन को दूर करने और वात को संतुलित करने में मदद करता है. यह सूजन को दूर करने में मदद करता है, इस प्रकार आसान मल त्याग को बढ़ावा मिलता है.


2. काली किशमिश
इसमें वात कम करने वाले गुण होते हैं, जिससे गैस, सूजन और पाचन में मदद मिलती है. इसका शीतलन प्रभाव पित्त और अम्लता को भी कम करता है. 20 काली किशमिश को 1 गिलास पानी में रात भर के लिए भिगो दें. सुबह इसे तोड़कर तरल पीएं और रोज सुबह किशमिश को चबाएं.


3. तिल का तेल
तिल के तेल में वात को बैलेंस करने की शक्ति होती है. नाभि पर थोड़ा सा गुनगुना तिल का तेल लगाएं और 10 सेकेंड के लिए सर्कुलर मोशन में हल्के हाथों से मसाज करें.


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