केला से लेकर ब्राउन राइस तक, किडनी के मरीजों को नहीं खाने चाहिए ये 7 फूड; हो जाएंगी दिक्कतें!
किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को अपनी डाइट का विशेष ध्यान रखना चाहिए. कुछ फूड्स इनके लिए हानिकारक हो सकते हैं. इससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है और समस्या बढ़ सकती है.
किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक हैं, जो कई महत्वपूर्ण कार्य करते हैं. ये खून को छानने, यूरीन के माध्यम से गंदगी को हटाने, हार्मोन बनाने, मिनरल्स को संतुलित करने और द्रव संतुलन बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं. हालांकि, कई बार हमारी लापरवाही के चलते किडनी खराब हो जाती है. किडनी की बीमारी के कई रिस्क फैक्टर होतें है, जिसमें से आम कारण अनियंत्रित मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर, शराब, दिल की बीमारी, हेपेटाइटिस सी वायरस और एचआईवी संक्रमण.
जब किडनी डैमेज हो जाती हैं और ठीक से काम नहीं करती हैं, तो शरीर में तरल पदार्थ और खून में गंदगी जमा हो सकती हैं. हालांकि, आपके आहार में कुछ फूड से बचने से खून में गंदगी को कम किया जा सकता है. अपनी डाइट से कुछ चीजों को हटाने से किडनी की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है और डैमेज को रोका जा सकता है. आइए जानते हैं कि किडनी के मरीजों को कौन से फूड नहीं खाने चाहिए.
केला
केले में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है. पोटैशियम किडनी के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज है, लेकिन अधिक मात्रा में पोटेशियम किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है.
ब्राउन राइस
ब्राउन राइस में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. फाइबर किडनी के लिए अच्छा होता है, लेकिन अधिक मात्रा में फाइबर किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है.
सोयाबीन
सोयाबीन में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. प्रोटीन किडनी के लिए अच्छा होता है, लेकिन अधिक मात्रा में प्रोटीन किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है.
साबुत अनाज
किडनी की बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सही रोटी चुनना फायदेमंद हो सकता है. स्वस्थ व्यक्तियों के लिए रिफाइंड, सफेद आटे की रोटी के बजाय साबुत अनाज की रोटी की सिफारिश की जाती है. हाई फाइबर के कारण साबुत अनाज की रोटी अधिक पौष्टिक होती है. हालांकि, किडनी की बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए साबुत अनाज की रोटी नहीं लेने की सलाह दी जाती है.
डेयरी प्रोडक्ट्स
डेयरी प्रोडक्ट्स में फास्फोरस, पोटेशियम और प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है और किडनी मरीजों की डाइट में इन्हें सीमित करना चाहिए. दूध में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने के बावजूद, इसका फास्फोरस सामग्री किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों में हड्डियों को कमजोर कर सकती है.
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स में सोडियम और फॉस्फेट की मात्रा अधिक होती है. सोडियम और फॉस्फेट दोनों ही किडनी के लिए हानिकारक हो सकते हैं. इसलिए किडनी के मरीजों को कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का सेवन नहीं करना चाहिए.