Scrub typhus symptoms: देशभर के कई हिस्सों में डेंगू-चिकनगुनिया संक्रमण के बीच स्क्रब टाइफस (scrub typhus) ने लोगों को चिंता में डाल दिया है. यह एक प्रकार का टाइफस है, जो ओरिएंटिया त्सुत्सुगामुशी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है. यह बैक्टीरिया संक्रमित चिगर्स के काटने से फैलता है. चिगर्स छोटे कीड़े होते हैं, जो आमतौर पर घास और झाड़ियों में पाए जाते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी की है कि बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का प्रयोग कतई न करें.


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आपको बता दें कि भारत के कई राज्यों में यह बीमारी जानलेवा साबित हो रही है. ओडिशा के बारगढ़ जिले में स्क्रब टाइफस (scrub typhus odisha) से 5 तो हिमाचल के शिमला में 9 लोगों की मौत हो चुकी है. ओडिशा सरकार ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को राज्य में स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस के मामलों की मौसमी बढ़ोतरी को देखते हुए निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है.


स्क्रब टाइफस के लक्षण (scrub typhus symptoms in hindi)
* 104-105 डिग्री तक तेज बुखार लंबे समय तक बना रहता है.
* असहनीय सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है.
* सांस लेने में मुश्किल और खांसी भी हो सकती है.
* डंक मारने जैसे घाव, चकत्ते आंखों के आस पास दर्द होता है.
अगर आपको यह लक्षण हों तो जांच कराए. खुद एंटी फीवर-पेनकिलर न खाएं. जल्द से जल्द डॉक्टर को दिखाएं. स्क्रब टाइफस संक्रमण बढ़ने पर मल्टी ऑर्गन फेल्योर तक का खतरा होता है.


ऐसे करें बचाव
* कपड़ों की सफाई पर खास ध्यान. खासकर बच्चों को साफ-सुथरे कपड़े पहनाएं.
* घर के बाहर बच्चे जूते जरूर पहनें. उन्हें पौधों -झाड़ियों के पास जाने से रोकें.
* बच्चों को धूल-मिट्टी और घास के संपर्क में आने से बचाएं.
* बच्चे को बुखार आने पर डॉक्टर को दिखाएं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.