कभी न ठीक होने वाली ये बीमारी लोगों को बना रही अंधा, भारत में तेजी से बढ़ रहे मामले
Blindness: भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया में कमजोर नजरें और अंधेपन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तुरंत कार्रवाई करने का आह्वान किया है.
Blindness: भारत सहित दक्षिण-पूर्व एशिया में कमजोर नजरें और अंधेपन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. इसे देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तुरंत कार्रवाई करने का आह्वान किया है. लोगों के अंधेपन के पीछे की सबसे बड़ी वजह डायबिटीज को बताया गया है. इस पर चिंता जताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने बताया कि 2019 में, यहां डायबिटीज के 8.76 करोड़ मरीज थे. इनमें से 3.06 करोड़ को डायबिटिक रेटिनोपैथी थी. वहीं, 90.6 लाख में डायबिटिक रेटिनोपैथी का इलाज न होने के कारण यह बीमारी थी.
आपको बता दें कि डायबिटिक रेटिनोपैथी, डायबिटीज के कारण आंखों के रेटिना में होने वाली समस्या है. यह एक सामान्य डायबिटिक आंख समस्या है जिसमें डायबिटीज मरीजों की आंखों के पीछे रेटिना में ब्लड वेसल्स की खराबी और अधिक हो जाती है. डायबिटिक रेटिनोपैथी के लक्षण में आंखों में धुंधलापन, काले दानों की प्राकृतिक वृद्धि और रात में देखने की कमजोरी शामिल होती है.
डायबिटीज होने से पहले आंखों में दिखते हैं लक्षण
डायबिटीज होने से पहले आंखों में अनेक प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं, जो आपके आंखों की स्वास्थ्य से संबंधित हो सकते हैं. नीचे कुछ आम लक्षणों की लिस्ट दी गई है, जिनपर आपको गौर करना चाहिए.
आंखों की लेंस में सूजन: डायबिटीज के प्रारंभिक चरण में आपकी आंखों के लेंस में स्वेलिंग हो सकती है, जिससे आपकी नजरें कमजोर हो सकती है.
ब्लर विजन: डायबिटीज से प्रभावित होने पर आपकी नजर कमजोर हो सकती है और आपको ब्लर या घूमते हुए दृष्टि की समस्या हो सकती है.
काले दाने: डायबिटीज के कारण ब्लड वेसेल्स में दिक्कतें आ सकती है, जिससे आपके आंखों के पीछे काले दाने बन सकते हैं.
आंखों में सूजन: डायबिटीज के कारण आपकी आंखों में सूजन हो सकती है, जिससे आपकी नजरें प्रभावित हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)