भारत में मधुमेह के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और इससे ज्यादा संख्या उन लोगों की है, जो यह जानते भी नहीं है कि उन्हें डायबिटीज है. इस समस्या को प्री-डायबिटीज (Pre-Diabetes) कहा जाता है. लेकिन सही खानपान की मदद से ब्लड शुगर को कंट्रोल (Control blood sugar) करके डायबिटीज से राहत पाई जा सकती है. शुगर को कंट्रोल करने के लिए मधुमेह रोगियों को एक खास समय तक नाश्ता कर लेना चाहिए. आइए इस खास टाइम और डायबिटिक पेशेंट्स के लिए ब्रेकफास्ट फूड्स (healthy breakfast foods) के बारे में जानते हैं.


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डायबिटीज में इस टाइम तक कर लेना चाहिए नाश्ता - Right time of having breakfast
Endocrine Society पर प्रकाशित और Northwestern University द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक, मधुमेह रोगियों को सुबह 8.30 बजे से पहले नाश्ता यानी ब्रेकफास्ट कर लेना चाहिए. शोध में ऐसा करने वाले प्रतिभागियों में ब्लड शुगर का स्तर और इंसुलिन रेजिस्टेंस कम देखा गया. इंसुलिन रेजिस्टेंस होने से शरीर इंसुलिन हॉर्मोन के लिए प्रतिक्रिया नहीं दे पाता है, जिससे ब्लड शुगर बढ़ने लगता है. इस स्टडी ने बताया कि आप कितनी मात्रा या कितनी देर में खाते हैं, इससे ज्यादा असर नहीं पड़ता है. बल्कि आप किस समय खाते हैं, इससे ब्लड शुगर पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है.


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डायबिटीज में ब्रेकफास्ट में खाएं ये फूड्स - healthy breakfast foods in diabetes
हेल्थलाइन के मुताबिक, डायबिटिक पेशेंट्स को अपने ब्रेकफास्ट में निम्नलिखित फूड्स को शामिल करना चाहिए.
अंडा- अंडों में कैलोरी और कार्ब्स काफी कम होते हैं. यह एक हाई प्रोटीन फूड है, जिससे फास्टिंग ब्लड शुगर का स्तर कम हो सकता है.
ओटमील- मधुमेह रोगी ब्रेकफास्ट में ओटमील को बिना किसी चिंता के खा सकते हैं. इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर का स्तर कम करने में मदद कर सकता है.
मूंग दाल- ग्लाईसेमिक इंडेक्स में मूंग दाल का लेवल बहुत कम होता है, जिसका मतलब है कि इससे ब्लड शुगर नहीं बढ़ता है.
दलिया- दलिया एक प्रोटीन फूड है. इसमें मौजूद मैग्नीशियम ऐसे एंजाइम का उत्पादन करने में मदद करता है, जो इंसुलिन हॉर्मोन को बढ़ावा देते हैं.


यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.