अक्सर घरों में जब कोई बीमार पड़ता है या कोई हल्की फुल्की दिक्कत होती है तो लोग अपमी मर्जी से एंटीबायोटिक खरीद कर खा लेते हैं. साल 2019 में इस खास वजह से सैंकड़ों लोगों को मौत भी हुई थी. आपको बता दें कि अपने मन से कोई भी दवा खरीद कर खाना आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. आइये बतातें हैं कि ज्यादा एंटीबायोटिक खाने से आपके शरीर को क्या नुकसान झेलने पड़ सकते हैं. 


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एक रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा एंटीबायोटिक खाने से शरीर पर असर कम होने लगता है. कई बार लोग एंटीबायोटिक को टॉफियों की तरह बिना डॉक्टर की सलाह के इस्तेमाल करने लगते हैं. इस रिपोर्ट के आधार पर ये दावा किया गया कि भारत में अधिकतर एंटीबायोटिक दवाएं बिना सेंट्रल ड्रग रेगुलेट की मंजूरी के बिक रही हैं. इन एंटीबायोटिक्स का शरीर पर बहुत ही असर पड़ता है. 


खुद से न खाएं दवाएं
एंटीबायोटिक दवाओं को बैक्टीरिया से होने वाली बीमारियों को खत्म करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं यह दवा सर्दी, खांसी, बुखार जैसे वायरल इंफेक्शन को खत्म नहीं कर पाती है. इसलिए बिना चिकित्सक की सलाह के एंटीबायोटिक का सेवन न करें. बता दें जो लोग एंटीबायोटिक का अधिक सेवन करते हैं उनकी बॉडी में एक टाइम के बाद एंटीबायोटिक दवाइयों का बैक्टीरिया पर असर होना बंद हो जाता है. ऐसे में शरीर में जमे बैक्टीरिया खुद को इस तरह बदल लेते हैं कि उनपर किसी भी दवा का असर नहीं हेता है. इससे बैक्टीरिया आसानी से अपनी संख्या बढ़ाने लगते हैं.


मौत का खतरा
डब्लूएचओ के अनुसार, कभी भी खुद से या किसी की सलाह पर एंटीबायोटिक दवा नहीं लेना चाहिए. इससे शरीर को नुकसान पहुंचत सकता है. आपको एंटीबायोटिक प्रतिरोध संक्रमण भी हो सकता है जिससे मरीज लंबे समय के लिए ूीमार पड़ सकता है. अगर कोई व्यक्ति लगातार एंटीबायोटिक खाता है तो इससे व्यक्ति की जान भी जा सकती है. 


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.