Dark Chocolate Benefits: अगर आप चॉकलेट खाने के शौकीन हैं, तो यह खबर आपके लिए खास हो सकती है. एक हालिया अमेरिकी अध्ययन के अनुसार, हफ्ते में पांच बार डार्क चॉकलेट खाने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है. यह शोध बीएमजे जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जिसमें यह भी पाया गया कि मिल्क चॉकलेट के अधिक सेवन से लंबे समय में वजन बढ़ने का खतरा रहता है.


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डार्क चॉकलेट में फ्लैवेनॉल्स (नेचुरल कंपाउंड) की भरपूर मात्रा होती है, जो दिल की सेहत को बढ़ावा देने और डायबिटीज के खतरे को कम करने में मददगार होते हैं. हालांकि, चॉकलेट और टाइप-2 डायबिटीज के बीच संबंध पर अब तक के शोधों में परिणाम अनुचित रहे हैं.


अध्ययन के बारे में
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने डार्क और मिल्क चॉकलेट के अलग-अलग प्रभावों को समझने की कोशिश की. उन्होंने तीन बड़े अमेरिकी अध्ययन के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिसमें 1.92 लाख से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लिया. ये सभी प्रतिभागी हेल्दी थे और इनमें से किसी को डायबिटीज, दिल की बीमारी या कैंसर नहीं था. 25 साल के औसत मॉनिटरिंग पीरियड में, 18,862 लोगों में टाइप-2 डायबिटीज का विकास हुआ. विश्लेषण से पता चला कि जो लोग हफ्ते में कम से कम पांच बार चॉकलेट खाते थे, उनमें डायबिटीज का खतरा 10% तक कम हो गया.


डार्क चॉकलेट खाने वालों को खतरा कम
जब विश्लेषण को डार्क और मिल्क चॉकलेट पर केंद्रित किया गया, तो पाया गया कि डार्क चॉकलेट खाने वालों में टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 21% तक कम हो गया, जबकि मिल्क चॉकलेट खाने वालों में ऐसा कोई असर नहीं देखा गया. स्टडी में यह भी सामने आया कि हर एक्स्ट्रा हफ्ते में डार्क चॉकलेट का सेवन करने से डायबिटीज का खतरा 3% और कम हो जाता है. शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि इन निष्कर्षों को पुष्टि करने और डार्क चॉकलेट के लाभकारी प्रभावों के पीछे के कारणों को समझने के लिए आगे और क्लिनिकल ट्रायल की आवश्यकता है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.