हाल के डेवलपमेंट में लुइसियाना के एक इमरजेंसी फिजिशियन और क्लिनिकल वैज्ञानिक ने कहा कि RNA कोविड-19 वैक्सीन लोगों में गंभीर प्रतिकूल घटनाओं को बढ़ा सकते हैं, जिसमें अचानक कार्डियक डेथ शामिल है. सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में जोसेफ फ्रैमन से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि mRNA वैक्सीन गंभीर प्रतिकूल घटनाओं को बढ़ा सकते हैं.


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जोसेफ फ्रैमन प्री-रिव्यू रिसर्च के प्रमुख लेखक थे, जिन्होंने  mRNA कोविड-19 वैक्सीन के लिए फाइजर और मॉडर्न ट्रायल का फिर से विश्लेषण किया. उन्होंने कहा कि उनके और उनकी टीम के कई ऑटोप्सी अध्ययन हैं जो पक्के सबूत बताते हैं कि सभी mRNA कोविड-19 वैक्सीन अचानक कार्डियक डेथ का कारण बन रहा है. मेरा मानना है कि mRNA वैक्सीन को बाजार से वापस लेने की जरूरत है.


जिन देशों में ज्यादा एमआरएनए वैक्सीन लगीं वहां मृत्यु दर ज्यादा
जिन भी देशों में mRNA कोविड-19 वैक्सीन लगाई गई वहां मृत्यु दर अधिक देखी गई है. हालांकि इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है, लेकिन एमआरएनए वैक्सीन और मृत्यु दर में इजाफे के बीच लिंक जरूर हैं. फ्रैमन का मानना है कि एमआरएनए वैक्सीन को बाजार से हटा लेना जरूरी है. उन्होंने कहा कि mRNA कोविड-19 वैक्सीन के फायदों को लेकर कोई ट्रायल या रिसर्च सामने नहीं आती है, तब तक बाजार से उनको हटा लेना चाहिए.


mRNA कोविड वैक्सीन क्या है?
फाइजर-बायोएनटेक या मॉडर्ना मैसेंजर आरएनए (एमआरएनए) वैक्सीन कैटेगरी के अंदर आता है. उन्हें वायरस के कमजोर या बिना एक्टिव जर्म की मदद से इम्यून सिस्टम को ट्रिगर करने के लिए बनाया गया है.


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