Eye Care Tips: शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है हमारी आंखें और उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में एक-चौथाई लोग आंखों में धुंधलापन की समस्या से पीड़ित हैं. इनमें से 20 प्रतिशत लोग भारत में हैं. कमजोर आंखे दुनिया भर में प्रमुख हेल्थ प्रॉब्लम्स में से एक है. इस समस्या के लिए उम्र, आनुवंशिकता और पर्यावरण सहित कई फैक्टर जिम्मेदार होते हैं. इसके साथ ही, हमारी रोजाना की आदतें भी उतनी ही जिम्मेदार हैं. आइए जानें कि वो कौन सी आदतें हैं जो आंखों में परेशानी पैदा कर सकते हैं.


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1. मोबाइल या लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल
हम रोजाना मोबाइल या लैपटॉप का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, जो हमारी आंखों के लिए सही नहीं है. लंबे समय तक लैपटॉप या मोबाइल की स्क्रीन को देखने से आंखों पर तनाव पैदा होता है. अगर इसे ठीक ना किया जाए तो आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती है. प्रयास करें कि लैपटॉप या मोबाइल का ज्यादा उपयोग ना करें.


2. नींद में कमी
आज की जीवनशैली में पर्याप्त नींद न लेना, कम सोना या लेट नाइट पार्टी आम हो गया है. ये चीजें आंखों की सेहत के लिए ठीक नहीं है. नींद की कमी से हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं. इससे इम्यूनिटी कमजोर, वजन बढ़ना, दिल की समस्या, हाई ब्लड प्रेशर मेमोरी प्रॉब्लम व अन्य समस्याएं हो सकती हैं.


3. आंखों को रगड़ना
आंखों को रगड़ने से भी दृष्टि को नुकसान हो सकता है. आंख रगड़ने से पलकों के नीचे मौजूद ब्लड वेसेल्स टूट सकती हैं. अगर आंखों में जलन है तो रगड़ने के बजाय कोल्ड कंप्रेस लगाने की कोशिश करें.


4. धूप के चश्मे
धूप के चश्मे (sunglasses) पहनने से भी आंखों पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकते हैं. हमारी आंखें अल्ट्रावायलेट किरणें और मौसम के प्रति सेंसिटिव होती हैं, दृष्टि के हेल्थ को प्रभावित कर सकती हैं. धूप के चश्मे से मोतियाबिंद के विकास को रोका जा सकता है. साथ ही, इससे हवा और धूल को रोककर ड्राई-आई सिंड्रोम से बचा जा सकता है.


5. पानी की कमी
शरीर में पानी की कमी ना होने दें. इससे आंखों को आंसुओं के रूप में चिकनाई बनाए रखने में मदद मिलती है. नमी के अभाव में व्यक्ति की आंखें लाल, सूखी या सूजी दिख दे सकती हैं. इसलिए खुद को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है.


Disclaimer: इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.