मानसून के बाद मौसम में बदलाव के साथ ही त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी आम हो जाती हैं. सोरायसिस, दाने और रूखी त्वचा जैसी समस्याएं लोगों को परेशान करने लगती हैं. इस समस्या से निपटने के लिए गोरखपुर के माधवार्पण अस्पताल के हेड फिजिशियन मृत्युंजय त्रिपाठी ने कुछ आसान और प्रभावी उपाय बताए हैं.


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वैद्य त्रिपाठी के अनुसार, मानसून के बाद ठंड के मौसम में पित्त का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसके कारण त्वचा रोगों का खतरा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि इस मौसम में सूखे पदार्थों और बेकरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से बचना चाहिए. इसके अलावा, पेट को साफ रखना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि पेट का सीधा संबंध त्वचा से होता है.


स्किन रोगों से बचने के लिए मृत्युंजय त्रिपाठी के टिप्स


मौसमी सब्जियां खाएं
करेला, परवल, आंवला, लौकी, नारियल और अंकुरित अनाज जैसी मौसमी सब्जियों का सेवन करें. ये सब्जियां पित्त को शांत करने में मदद करती हैं.


नियमित व्यायाम करें
ठंड के मौसम में पित्त के प्रकोप के कारण ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. नियमित व्यायाम करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और त्वचा हेल्दी रहती है.


हल्का भोजन करें
जौ और मूंग दाल की बनी रोटियां खाने से पेट हल्का रहता है और त्वचा रोगों का खतरा कम होता है.


पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं
पानी त्वचा को हाइड्रेट रखने में मदद करता है और त्वचा रोगों से बचाता है.


फिजिशियन त्रिपाठी का मानना है कि इन उपायों को अपनाकर हम त्वचा रोगों से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक उपचारों से न केवल त्वचा रोगों का इलाज किया जा सकता है बल्कि शरीर को हेल्दी भी रखा जा सकता है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.