हेयर फ्रैक्चर और ट्रॉमा का कारण बन सकता है हेलमेट, पहनने से पहले जान लें ये कड़वा सच!
Hair problems: दो पहिया वाहन चलते वक्त हेलमेट बेहद जरूरी होता है. साल दर साल वाहन चलाते समय हादसों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिसके चलते दो पहिया वाहन चलते वक्त हेलमेट पहनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम है.
Hair problems: दो पहिया वाहन चलते वक्त हेलमेट बेहद जरूरी होता है. साल दर साल वाहन चलाते समय हादसों की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, जिसके चलते दो पहिया वाहन चलते वक्त हेलमेट पहनना एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुरक्षा कदम है. हालांकि, आपको जानकर हैरानी होगी कि हेलमेट पहनने से हेयर फ्रैक्चर भी हो सकता है. जी हां, ज्यादा समय तक हेलमेट लगाए रखने से बालों में फ्रैक्चर हो रहा है. यानी बाल बीच में या जड़ के ऊपर से टूट रहे हैं. कुछ मामलों में हेयर फ्रैक्चर और ट्रॉमा तक की नौबत बन रही है.
आगरा के एसएन मेडिकल कालेज में त्वचा और चर्म रोग विभाग की ओपीडी में रोज ऐसे 10 से 15 मामले आ रहे हैं. यानि एक सप्ताह में औसतन 100 मरीज आते हैं. मरीजों की शिकायत है कि अचानक बालों की वृद्धि रुक गई है और बाल झड़ने लगे हैं. मरीजों की केस हिस्ट्री से पता चला कि वे हेलमेट का प्रयोग अधिक करते हैं.
40 किमी सफर करने वालों को ज्यादा दिक्कत
दोपहिया से हर रोज 40 किलोमीटर या इससे अधिक सफर करने वालों के साथ यह दिक्कत अधिक है. इनमें डिलीवरी ब्वॉय, सेल्स मैन की संख्या ज्यादा हैं. फ्रैक्चर की स्थिति में बाल बीच या जड़ों से टूट जाते हैं, जबकि ट्रॉमा में चोट लगने से बाल तने से टूट जाते हैं. इस तरह की दिक्कतों वाले 80 प्रतिशत मरीजों की औसत उम्र 30 से 45 साल के बीच है. शेष 20 प्रतिशत में सभी प्रकार के मरीज शामिल हैं.
इन कारणों से भी टूटते हैं बाल
हार्मोनल बदलाव, न्यूट्रीशियन, बालों या सिर में किसी तरह का संक्रमण भी बालों का विकास रोक सकता है. रूट कॉज (जड़ों के कमजोर होना का कारण) और ग्रोथ फैक्टर खोजा जाता है. इसी के आधार पर इलाज होता है.
पसीने से पनप जाते हैं बैक्टीरिया
ज्यादा देर तक हेलमेट लगाने से सिर पसीने से भीग जाता है. बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. लंबे समय तक ऐसा होने पर बालों की जड़ें कमजोर हो जाती है. बार-बार हेलमेट लगाने से बाल तने या जड़ों से टूट जाते हैं. उन जगहों पर बार-बार बैक्टीरिया का हमला होते रहने से बाल फिर पनप नहीं पाते.