नई दिल्ली: आज हम आपके लिए लेकर आए हैं जामुन की गुठली के फायदे. अप्रैल से जुलाई के महीने तक उपलब्ध रहने वाला जामुन किसी औषधि से कम नहीं है. आयुर्वेद के अनुसार, जामुन डायबीटीज के मरीजों के लिए बेहतरीन औषधि है. जाने माने आयुर्वेद डॉक्टर अबरार मु्ल्तानी के अनुसार जामुन की गुठली को सुखाकर उनका पाउडर बनाया जाता है. इस पाउडर को खाली पेट लेने डायबीटीज या मधुमेह जैसी बीमारी में अत्यधिक लाभ मिलता है. इससे शुगर कंट्रोल में रहती है और अपनी लाइफ को पूरी तरह इंजॉय कर पाते हैं.


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ऐसे करें जामुन की गुठलियों का सेवन


  1. जामुन की गुठलियों से पाउडर बनाना बेहद आसान है.

  2. सबसे पहले जामुन खाने के बाद इसकी गुठलियों को धो लें.

  3. इन्हें हल्के कपड़े से ढककर धूप में सुखा लें

  4. जब गुठलियां सूख जाएं तो इनको टुकड़ों में तोड़ लें

  5. इसके लिए अदरक कूटने के मूसल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं

  6. जब ये गुठलियां छोटे टुकड़ों में टूट जाएं तो इन्हें मिक्सी में पीसकर पाउडर बना लें

  7. इस पाउडर को सुबह खाली पेट पानी के साथ लें.


 पथरी के रोगियों के लिए लाभकारी
डॉक्टर अबरार मुल्तानी के अनुसार, जामुन का पका हुआ फल पथरी के रोगियों के लिए रोग निवारक दवा है. अगर पथरी बन भी गई तो इसकी गुठली के चूर्ण का प्रयोग दही के साथ करने से लाभ मिलता है. जामुन का लगातार सेवन करने से लीवर में काफी सुधार होता है. उल्टी होने पर जामुन का रस सेवन करें


मुंहासों की समस्या से राहत
डॉक्टर अबरार मुल्तानी कहते हैं कि अगर आपको भूख नहीं लगती तो जामुन का सेवन लाभदाक होता है. मुंहासे होने पर जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस लें. इस पावडर में थोड़ा सा गाय का दूध मिलाकर मुंहासों पर रात को लगा लें, सुबह ठंडे पानी से मुंह धोएं लाभ मिलेगा. यह योनि के ph को नियंत्रित करती है, इसलिए जामुन की गुठली लुकोरिया या अन्य प्रदर रोगों में भी लाभकारी हैं.


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