Heart attack in young age: दिल के दौरे को एक बूढ़े आदमी की बीमारी के रूप में जाना जाता था क्योंकि सालों पहले 40 साल से कम उम्र के लोगों को दिल का दौरा पड़ना दुर्लभ था. हालांकि अब यह चिंताजनक विषय बन गया है. आजकल 30-40 आयु वर्ग के युवाओं में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हेल्थ विशेषज्ञों के अनुसार, यह तनाव, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, शारीरिक गतिविधि की कमी और कम सोने के कारण देखा जाता है जो सीधा दिल पर असर डाल सकता है.


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युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ रहा है. धूम्रपान, तम्बाकू का उपयोग, मादक द्रव्यों के सेवन आदि जैसी बुरी आदतें आगे योगदान दे रही हैं, दिल की समस्याओं को दूर रखने के लिए एक बैलेंस लाइफस्टाइल का पालन करना महत्वपूर्ण है. आइए युवाओं में दिल के दौरे के पीछे 4 अन्य प्रमुख कारणों पर डालते हैं.


डायबिटीज: हाई ब्लड शुगर लेवल आपके ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचाता है जिससे नसों में फैट जमा हो जाता है और ब्लॉकेज आ जाती है.


हाई ब्लड प्रेशर: हाई ब्लड प्रेशर दिल की मांसपेशियों को मोटा करने के लिए जाना जाता है, जिससे दिल अधिक मेहनत करता है और हार्ट अटैक पड़ने की संभावना बढ़ जाती है.


मोटापा: अधिक वजन या मोटापा दिल के लिए हानिकारक हो सकता है. खाने-पीने और सोने की अनियमित दिनचर्या के कारण युवाओं में चर्बी का जमाव देखा जाता है. वजन कम करना और दिल को बचाना बेहतर है.


धूम्रपान: सिगरेट और वापिंग कुछ महत्वपूर्ण रिस्क फैक्टर हैं, जो युवा वयस्कों में हार्ट अटैक का कारण बनते हैं. क्या तुम्हें पता था? सिगरेट के धुएं में मौजूद रसायन नसों के अंदर खून को गाढ़ा या थक्का जमने का कारण बनता है.