ये रिश्ता क्या कहलाता है...सीरियल में अक्षरा बन सबका दिल जीतने वाली हिना खान ब्रेस्ट कैंसर के तीसरे स्टेज पर हैं. इसे खबर ने सबको चौंका दिया है. वह लगातार अपने फैंस के लिए हेल्थ अपडेट्स सोशल मीडिया पर शेयर कर रही हैं. हाल ही में एक इमोशनल वीडियों सामने आया है जिसमें वह अपने लंबे बालों को कट करवाते नजर आ रही हैं. इसे देखने भर से आप रो सकते हैं. लेकिन कैंसर के इलाज से पहले आखिर बाल क्यों कटवाना पड़ता है? इसका यहां आप जान सकते हैं-


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डॉ. रमन नारंग, वरिष्ठ सलाहकार-मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, एंड्रोमेडा कैंसर अस्पताल, सोनीपत बताते हैं कि कीमोथेरेपी कैंसर के खिलाफ लड़ाई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हालांकि, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं, जिसका सामान मरीज को करना पड़ता है. इनमें से, बालों का झड़ना महिलाओं के लिए सबसे अधिक दिखाई देने वाले और भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण अनुभवों में से एक है. 


किमोथेरेपी में क्यों झड़ते हैं बाल  

दरअसल, किमोथेरेपी को कैंसर की हर एक कोशिकाओं को टारगेट करके खत्म करने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है. ऐसे में जब मरीज को यह थेरेपी दी जाती है तो इसकी चपेट में दूसरी कोशिकाएं भी आ जाती हैं. बालों के रोम शरीर में सबसे तेजी से बढ़ने वाली कोशिकाओं में से हैं. जिससे बालों पर इसका प्रभाव ज्यादा नजर आता है. इससे सिर्फ सिर ही नहीं भौहें, पलकें और शरीर के बाल भी प्रभावित होते हैं.


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कीमोथेरेपी के दौरान बालों की देखभाल

आम तौर पर कीमोथेरेपी शुरू करने के तीन से चार सप्ताह बाद बालों का झड़ना शुरू हो जाता है. ऐसे में बालों को अधिक देखभाल की जरूरत होती है. इसमें हल्के शैंपू और कंडीशनर का उपयोग करना और अत्यधिक ब्रश करने या स्टाइल करने से बचना के साथ स्कैल्प को स्वस्थ रखने और सूखापन या खुजली को कम करने के लिए उसे मॉइस्चराइज करना शामिल है.


क्या नॉर्मल होती है कीमोथेरेपी के बाद बाल की ग्रोथ?

अच्छी खबर यह है कि कीमोथेरेपी से बालों का झड़ना आमतौर पर अस्थायी होता है. उपचार पूरा करने के कुछ हफ्तों बाद बाल फिर से बढ़ने लगते हैं, हालांकि नए बालों की शुरुआत में एक अलग बनावट या रंग हो सकता है. समय के साथ, अधिकांश रोगियों को पता चलता है कि उनके बाल अपनी पूर्व-कीमोथेरेपी स्थिति में लौट आते हैं.


क्या कीमोथेरेपी से पहले बाल कटवाना जरूरी?

कीमोथेरेपी शुरू करने से पहले अपने सभी बाल काटना एक व्यक्तिगत पसंद है न कि एक चिकित्सा आवश्यकता. कुछ लोग कीमोथेरेपी से पहले अपने बाल काटने का विकल्प चुनते हैं. इसका कारण ये हो सकता है-


  • बालों का झड़ना शुरू होने से पहले अपना सिर मुंडवा लेना अन्यथा अनियंत्रित स्थिति पर नियंत्रण की भावना प्रदान कर सकता है.

  • जैसे ही बाल गिरने लगते हैं, यह गड़बड़ और असुविधा पैदा कर सकता है. छोटे बाल इस समस्या को कम कर सकते हैं.

  • छोटे बालों के साथ, झड़ने की प्रक्रिया कम ध्यान देने योग्य हो सकती है, जिससे भावनात्मक प्रभाव कम हो जाता है.


किमोथेरेपी के दूसरे साइड इफेक्ट्स


थकान- कीमोथेरेपी से गुजरने वाले लगभग सभी रोगियों को थकान का अनुभव होता है, जो दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है.


मतली और उल्टी- ये आम हैं और उपचार के तुरंत बाद हो सकते हैं या कुछ दिनों तक भी बने रह सकते हैं. 


भूख की कमी- स्वाद और गंध बदलाव, साथ ही मतली, भूख में कमी का कारण बन सकती है.


मुंह के घाव- म्यूकोसाइटिस के रूप में भी जाना जाता है, ये दर्दनाक घाव खाने और पीने को प्रभावित कर सकते हैं जिससे भोजन का सेवन कम हो जाता है. 


दस्त या कब्ज- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर कीमोथेरेपी के प्रभाव के कारण पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. 


ब्लड सेल्स काउंट में गिरावट- कीमोथेरेपी रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को कम कर सकती है, जिससे एनीमिया, संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और आसानी से चोट लगना या ब्लीडिंग हो सकता है.


संज्ञानात्मक परिवर्तन- कभी-कभी  'कीमो ब्रेन' के रूप में संदर्भित, रोगियों को स्मृति में कमी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है.