How Long Hours Of Sitting Is Bad For Health: आजकल लोगों को सिटिंग जॉब करने में ज्यादा पसंद आता है, ऐसी नौकरी में आमतौर पर 8 से 10 घंटे तक आपको लैपटॉप या डेस्कटॉप पर बैठना पड़ता है. इसके अलावा लंबी ट्रेन जर्नी या फ्लाइट से सफर के दौरान काफी देर तक बैठे रहना मजबूरी बन जाती है. डॉ. पयोज पांडेय (Dr. Payoz Pandey) के मुताबिक हमें लगातार कई घंटों तक बैठे रहने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इससे सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं.


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लगातर बैठे रहने के नुकसान

1. मोटापा


बहुत ज्यादा वक्त तक एक ही जगह पर बैठे रहने से मोटापे का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है, क्योंकि ऐसे में हम अपनी कैलोरी को बेहद मामूली तौर पर बर्न कर पाते हैं, जिससे पेट और कमर के आसपास चर्बी जमने लगती है. इससे बचने के लिए आप अपने काम से थोड़ा ब्रेक जरूर लेते रहें. इसके लिए स्ट्रेचिंग, इधर उधर घूमने या फिर सीढ़ी चढ़ने का सहारा लिया जा सकता है.



2. बॉडी पोश्चर पर बुरा असर


लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठने से आपका पोश्चर खराब हो सकता है, जिसमें कंधों का झुकना शामिल है. ये रीढ़ पर तनाव पैदा कर सकता है और मस्कुलोस्केलेटल पेन को बढ़ा सकता है. उचित मुद्रा का समर्थन करने के लिए एर्गोनोमिक फर्नीचर और उपकरण का उपयोग करें. खिंचाव और सही पोश्चर के लिए रेगुलर ब्रेक लें और एक्सरसाइज का भी सहारा लें.



3. दिल की बीमारियों का खतरा


देर तक बैठे रहना दिल की सेहत के लिए खतरनाक है, क्योंकि इससे कार्डियोवेस्कुलर डिजीज का रिस्क बढ़ जाता है, जिसमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक भी शामिल है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लॉन सिटिंग की वजह से ब्लड फ्लो में कमी आथी है जिसका असर दिल की सेहत पर पड़ता है.



4. टाइट-2 डायबिटीज का रिस्क


लगातर बैठे रहने से टाइट-2 डायबिटीज का भी खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी और ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म पर बरा असर पड़ता है. आपने अक्सर महसूस किया होगा कि सिटिंग जॉब करने वालों को अक्सर मधुमेह हो जाता है.


5. जिंदगी घट सकती है


कई स्टडीज में ये बात सामने आई है कि जो लोग रोजाना 8 से 10 घंटे लगातार बैठे रहते हैं उनकी लाइफ एक्सपेक्टेंसी घटने लगती है, इसलिए बेहतर है कि आप अपनी बॉडी को एक्टिव रखें और ऐसे खतरे से बचने की कोशिश करें.

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.