हाइपरटेंशन एक साइलेंट लेकिन घातक स्थिति है जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रभावित करती है. इसे आमतौर पर हाई ब्लड प्रेशर के रूप में जाना जाता है. ये बीमारी एक ऐसा टाइम बम है, जिसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो एक विनाशकारी घटना (स्ट्रोक) को ट्रिगर कर सकता है. हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक के बीच निर्विवाद संबंध है, जो हेल्दी जीवन के लिए ब्लड प्रेशर प्रबंधन को महत्वपूर्ण बनाता है.


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हाई ब्लड प्रेशर ब्लड प्रेशर पर भारी दबाव डालता है, जिससे वे समय के साथ सिकुड़ जाती है और कमजोर हो जाती हैं. यह वैस्कुलर डैमेज के थक्कों के गठन का कारण बन सकती है, जो दिमाग में खून के फ्लो को ब्लॉक कर सकती है, जिससे इस्केमिक स्ट्रोक हो सकता है. इसके अतिरिक्त, बढ़ा हुआ दबाव ब्लड वैसेल्स की दीवारों को कमजोर कर सकता है, जिससे वे टूट सकती हैं और हेमोरेजिक स्ट्रोक होता है.


हाई ब्लड प्रेशर को कैसे मैनेज करें?
बीएलके मैक्स सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी और हेड के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. विनित बंगा ने बताया कि अच्छी खबर यह है कि हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है. लाइफस्टाइल में बदलाव एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हार्ट-हेल्दी डाइट, कम सोडियम और सैचुरेटेड फैट, नियमित व्यायाम के साथ मिलकर ब्लड प्रेशर को काफी कम कर सकता है. आवश्यकता पड़ने पर डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाएं एक अन्य विकल्प हैं. इसके अलावा, घर पर अपने ब्लड प्रेशर की निगरानी करना जरूरी है. डिजिटल ब्लड प्रेशर मॉनिटर व्यापक रूप से उपलब्ध हैं और उपयोग में आसान हैं. नियमित जांच आपको परिवर्तनों को ट्रैक करने और अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के लिए डेटा प्रदान करने में सक्षम बनाती है.


डॉ. विनित बताते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक के बीच संबंध स्वास्थ्य प्रबंधन के महत्व को रेखांकित करता है. सही चुनाव करके, निर्धारित दवाएं लेने और एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने से, आप स्ट्रोक के जोखिम को काफी कम कर सकते हैं. साथ ही आप, अपने जीवन पर नियंत्रण वापस पा सकते हैं और अपने भविष्य के कल्याण की रक्षा कर सकते हैं. आपका स्वास्थ्य आपके हाथों में है इसे अपने ब्लड प्रेशर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करके मजबूती से पकड़ें.