Treatment For Cancer Disease: आज के समय में कई ऐसी जानलेवा बीमारियां हैं, जिसका उपचार मेडिकल साइंस द्वारा संभव है. कुछ इसी तरह से इन दिनों इम्यूनोथेरेपी का इस्तेमाल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में भी किया जा रहा है. क्या आपने इस थेरेपी के बारे में पहले कभी सुना है, अगर नहीं तो आज हम इस आर्टिकल में इम्यूनोथेरेपी के बारे में जानेंगे.  


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इम्यूनोथेरेपी की मदद से हमारे शरीर की इम्यूनिटी को स्ट्रांग किया जाता है और इनहें कैंसर सेल्स से लड़ने के लिए मजबूत बनाया जाता है. लेकिन यह थेरेपी क्या है और कितने प्रकार की होती है चलिए जानते हैं.
 
इम्यूनोथेरेपी क्या है-
इम्यूनोथेरेपी एक प्रकार का मेडिकल ट्रीटमेंट है जिसमें कैंसर और ऑटोइम्यून जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर के इम्यून सिस्टम का उपयोग करता है. इम्यूनोथेरेपी का लक्ष्य असामान्य कोशिकाओं या ऊतकों को पहचानने और उन पर हमला करने की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाना है.
 
कितने प्रकार की होती है इम्यूनोथेरेपी-


1. इम्यून चेकपॉइंट इनहिबिटर
ये ऐसी दवाएं हैं जो कैंसर कोशिकाओं या प्रतिरक्षा कोशिकाओं पर कुछ प्रोटीन को ब्लॉक करती हैं जो कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने की इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती हैं.
 
2. एडॉप्टिव सेल ट्रांसफर
इसमें मरीज के शरीर से इम्यून कोशिकाओं को हटाना और उन्हें कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन पर हमला करने की क्षमता बढ़ाने के लिए लैब में मॉडिफाई करना शामिल है. इन रिवाइज्ड कोशिकाओं को फिर रोगी के शरीर में वापस डाल दिया जाता है.
 
3. साइटोकिन्स
इस थेरेपी से प्राकृतिक रूप प्रोटीन की प्राप्ति होती है, जो इम्यून सिस्टम को कंट्रोल करते हैं. इसमें कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने की डिफेंस सिस्टम की कैपेसिटी को बढ़ावा देने के लिए साइटोकिन्स के सिंथेटिक का उपयोग किया जा सकता है.


4. मोनोक्लोनल एंटीबॉडी
ये लैब में बने अणु होते हैं जिन्हें कैंसर कोशिकाओं पर किसी खास प्रोटीन को टारगेट करने के लिए डिज़ाइन किया जा सकता है. उनका उपयोग कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने की प्रतिरक्षा प्रणाली की क्षमता को बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)