Height increasing food: बच्चों की हाइट न बढ़ने, धीमी गति से बढ़ने या हड्डियों के कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक है उचित आहार का न मिलना. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में माता-पिता अपने कामों में इतने व्यस्त रहते हैं कि उन्हें बच्चों के लिए समय निकालना मुश्किल हो जाता है. इस वजह से वे बच्चों को जंक फूड, पैक्ड फूड या प्रोसेस्ड फूड खिला देते हैं, जिनमें पोषक तत्वों की कमी होती है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास उनके खानपान पर निर्भर करता है. बच्चों को स्वस्थ और पौष्टिक भोजन देने से उनकी लंबाई बढ़ती है और दिमाग भी तेज होता है. बच्चों की डाइट में कुछ ऐसे फूड शामिल किए जाने चाहिए जो उनके विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर हों. आइए जाने कि बच्चे की अच्छी ग्रोथ के लिए उन्हें क्या खिलाएं.


दूध और डेयरी प्रोडक्ट
दूध और डेयरी प्रोडक्ट कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन डी के अच्छे सोर्स हैं. ये पोषक तत्व बच्चों की हड्डियों और दांतों के विकास के लिए आवश्यक हैं. इसके अलावा, दूध और डेयरी प्रोडक्ट बच्चों के दिमाग के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.


फल और सब्जियां
फल और सब्जियां विटामिन, मिनरल और फाइबर के अच्छे सोर्स हैं. ये पोषक तत्व बच्चों के समग्र स्वास्थ्य और विकास के लिए आवश्यक हैं. फल और सब्जियां बच्चों को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं, उनकी इम्यूनिटी को मजबूत करती हैं और उन्हें बीमारियों से बचाती हैं.


अनाज
अनाज कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर के अच्छे सोर्स हैं. ये पोषक तत्व बच्चों को एनर्जी देते हैं और उन्हें स्वस्थ रखते हैं. अनाज बच्चों के दिमाग के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.


दालें
दालें प्रोटीन, फाइबर और आयरन के अच्छे सोर्स हैं. ये पोषक तत्व बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक हैं. दालें बच्चों को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं और उन्हें बीमारियों से बचाती हैं.


नट्स और बीज
नट्स और बीज प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट और विटामिन के अच्छे सोर्स हैं. ये पोषक तत्व बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक हैं. नट्स और बीज बच्चों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और उन्हें बीमारियों से बचाते हैं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.