बॉलीवुड अभिनेता कार्तिक आर्यन हाल ही में अपनी आने वाली फिल्म भूल भुलैया 3 के प्रमोशन में बिजी हैं, लेकिन इस बिजी शेड्यूल के बीच उन्होंने अपनी वर्क-लाइफ बैलेंस के बारे में एक बड़ा खुलासा किया. द इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कार्तिक ने बताया कि वे काम के चलते खुद को थका हुआ महसूस कर रहे हैं और निजी समय नहीं मिल पा रहा है.


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कार्तिक आर्यन ने बताया कि मुझे नहीं लगता कि मैं खुद को पर्सनल समय दे पा रहा हूं, क्योंकि मैं हमेशा काम के बारे में सोचता रहता हूं- आगे क्या करना है, क्या सही है, क्या गलत हुआ. मैं लंबे समय से इस स्थिति में हूं. मुझे लगता है कि मुझे खुद के लिए भी समय चाहिए.


वर्क बर्नआउट आज के समय में एक बड़ी समस्या बन चुका है. खासकर कोविड महामारी के बाद वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ा है, जिससे लोगों का वर्क-लाइफ बैलेंस प्रभावित हुआ है. लोग अपनी क्षमता से अधिक काम करते हैं, जो शारीरिक और मानसिक रूप से उन्हें कमजोर बनाता है. साइकोलॉजिस्ट और साइकोथेरेपिस्ट डॉ. अलिशा लालजी ने बर्नआउट के संकेतों को लेकर पांच महत्वपूर्ण लक्षण बताए हैं जिनसे समय रहते सावधान रहना जरूरी है:


थकावट- लगातार सिरदर्द, थकान और रोजमर्रा के कामों में दिलचस्पी की कमी यह संकेत देते हैं कि व्यक्ति क्रोनिक थकान से जूझ रहा है.


नींद में बाधा- बर्नआउट के कारण सोने में कठिनाई होती है, या फिर नींद पूरी नहीं हो पाती. लोग सोकर उठने के बाद भी थके हुए महसूस करते हैं.


भूख में बदलाव- बर्नआउट के कारण कुछ लोग जरूरत से ज्यादा खाना खाने लगते हैं तो कुछ का भूख से नाता ही टूट जाता है.


बार-बार बीमार होना- लगातार थकान और तनाव के कारण हमारी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे व्यक्ति जल्दी बीमार पड़ने लगता है.


इमोशनल थकान- बर्नआउट का एक और महत्वपूर्ण संकेत इमोशनल रूप से थका हुआ महसूस करना है. व्यक्ति में दूसरों से कटने का रुझान बढ़ जाता है और वह टालमटोल करने लगता है.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.