गंभीर पीठ दर्द, पेट के निचले हिस्से और कमर में दर्द, पेशाब करते समय जलन, पेशाब से बदबू, बार-बार पेशाब आना या पेशाब में खून आना, यदि आपको इनमें से कोई भी संकेत और लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लें. आपकी किडनी में पथरी (kidney stone) हो सकती है. आमतौर पर किडनी हमारे खून से गंदगी निकाल पेशाब के माध्यम शरीर से बाहर करती है. जब खून में बहुत अधिक गंदगी होती है और शरीर पर्याप्त मात्रा में पेशाब का उत्पादन नहीं करता है, तो हमारी किडनी में क्रिस्टल बनने लगते हैं. इन क्रिस्टल को सामान्य शब्द में किडनी की पथरी कहा जाता है. किडनी की पथरी रेत के दाने जितनी छोटी या गोल्फ की गेंद जितनी बड़ी हो सकती है.


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किडनी में पथरी बनने का कारण



आयुर्वेदिक तरीकों से करें किडनी की पथरी का इलाज


  • ज्यादा पानी पिएं

  • नींबू का रस शहद के साथ लें

  • भिंडी को डाइट में शामिल करें

  • रोजाना तुलसी की पत्तियां खाएं


किडनी की पथरी का रोकथाम
हां, किडनी की पथरी को रोका जा सकता है. इसके लिए नीचे कुछ आवश्यक सुझाव बताए गए हैं जिनका आपको पालन करना होगा.


  • ढेर सारा पानी और स्वस्थ तरल पदार्थ पिएं

  • ज्यादा नमक के सेवन से बचें

  • रोजाना व्यायाम करें और डिहाइड्रेशन से बचें

  • अनहेल्दी खाना जैसे रिफाइंड चीनी और प्रोसेस्ड फूड खाने से बचें

  • अपनी नियमित डाइट में रेशेदार फल, गेहूं की रोटी, वनस्पति प्रोटीन और अंकुरित अनाज शामिल करें.


चूंकि रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होता है, इसलिए यह सलाह दी जाती है कि आप किडनी की पथरी जैसी दर्दनाक चीज से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतें.


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