कैंसर के खिलाफ किंग चार्ल्स की जंग, बीमारी को हराने के लिए इन पसंदीदा फूड्स की दी कुर्बानी
King Charles Cancer Diet: किंग चार्ल्स पिछले कुछ वक्त से कैंसर का सामना कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने खाने पीने की आदतों में जरूरी तब्दीली लाई है जिससे ओवरऑल हेल्थ बेहतर हो सके.
King Charles Dietary Changes For Cancer Recovery: जनवरी 2024 में किंग चार्ल्स को कैंसर डायग्नोज हुआ था, जिसके बाद उनकी हेल्थ की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. उनकी लाफस्टाइल और डाइट में चेंज किया गया है. सार्वजनिक कार्यक्रमों से 3 महीने के गैप के दौरान, किंग ने अपने ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाने पर फोकस किया. सिंपल और ऑर्गेनिक मील को फेवर करने वाले इस सेलिब्रिटी ने अपनी ईटिंग हैबिट्स को रिफाइन किया है ताकि सेहत को प्रायोरिटी दी जाए.
किंग चार्ल्स की डाइट एडजस्टमेंट
1. रेड मीट को छोड़ना
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक चार्ल्स ने रेड मीट की जगह एवोकाडो जैसे हेल्दी ऑप्शन अपनाए हैं. पूर्व बीबीसी शाही संवाददाता जेनी बॉन्ड और क्वीन कैमिला के बेटे टॉम पार्कर बाउल्स ने बताया कि किंग लंबे समय से अपनी डाइट के प्रति सजग हैं, अक्सर दोपहर का भोजन छोड़ देते हैं और हफ्ते में 2 बार मीट और मछली से परहेज करते हैं. रेड मीट से पूरी तरह दूर रहना अब मेडिकल सलाह और उनकी पर्यावरण संबंधी चिंताओं दोनों के अनुरूप है.
2. डेयरी प्रोडक्ट्स का इनटेक कम करना
किंग चार्ल्स ने डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन भी सीमित कर दिया है, खासकर पर्यावरणीय कारणों से, लेकिन अपने हेल्थ फोकस्ड डाइट के साथ तालमेल बिठाने के लिए भी.
3. हाई फाइबर डाइट पर फोकस करना
चार्ल्स अपने दिन की शुरुआत घर की बनी रोटी, ताजे फल और मूसली के पौष्टिक नाश्ते से करते हैं, ये फाइबर से भरपूर फूड आइटम्स हैं जो कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं और डाइडेस्टिव हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं
रेड मीट और कैंसर का रिश्ता
रिसर्च के मुताबिक रेड और प्रोसेस्ड मीट को ज्यादा खाने से कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है, खास तौर से डाइजेस्टिव ट्रैक्ट में, जैसे कि कोलन और पेट का कैंसर का खतरा ज्यादा है. लाल मांस में हीम होता है, जो पाचन के दौरान कैंसर पैदा करने वाले रसायनों में टूट सकता है. इसके अलावा, ग्रिलिंग जैसी खाना पकाने के तरीके हेट्रोसाइक्लिक एमाइन (HCA) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) जैसे नुकसादेह कंपाउंड पैदा कर सकते हैं.
फाइबर रिच डाइट के फायदे
फाइबर डाइजेशन में मदद करता है, बाउल कैंसर के रिस्क को कम करता है, और पेट भरा होने की वजह से हेल्दी वेट मेंटेन रखने में मदद करता है. खासकर रोजाना 30 ग्राम फाइबर लेने की सलाह देते हैं, जिसे फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर डाइट से हासिल किया जा सकता है.
किंग चार्ल्स का कमिटेंट
किंग चार्ल्स ने अपनी सेहत को बेहतर बनाने के लिए कई पसंदीदा डिशेज की कुर्बानी दी है, खासकर ऑर्गेनिक रोस्ट लैंब उनका फेवरेट रहा है, वो अब इसे नहीं खाते, इससे पता चलता है कि वो हेल्थ को लेकर कितने कमिटेड हैं. इसके साथ ही वो रोजाना अपनी रॉयल ड्यूटी को भी अच्छी तरह निभा रहे हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.