Benefits Of Pashasan: रोज सुबह उठकर 1 मिनट तक करें ये आसन, कई हेल्थ प्रॉब्लम होंगी दूर, जानें लाभ
Benefits Of Pashasan: योगा एक्सपर्ट्स कहते हैं कि पाशासन को सही तरीके से करना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि सही तरीके से न करने से आपकी परेशानी बढ़ सकती है.
Benefits Of Pashasan: आज हम आपके लिए पाशासन के फायदे लेकर आए हैं. पाशासन एक खास योग मुद्रा है, जो शरीर के अंगों को लचीला और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मददगार साबित हो सकता है. इसके अभ्यास से शरीर के दर्द और अकड़न को भी कम करने में भी मदद मिलती है, जिन लोगों के शरीर में लचीलापन या पर्याप्त खिंचाव नहीं होता है, उनके लिए यह योगाभ्यास काफी फायदेमंद होता है. साथ ही ये पीठ, कंधों और पेट की मांसपेशियों को मजबूत बना सकता है.
अभ्यास का सही वक्त
इसे नूज पॉज के नाम से भी जाना जाता है. इसका अभ्यास सुबह के वक्त करें, ताकि किसी भी तरह की परेशानी न हो.
पाशासन करने की विधि
सबसे पहले मैट बिछाएं और घुटने मोड़कर बैठ जाएं.
इस दौरान अपने शरीर का संतुलन बनाए रखें.
अब बाएं हाथ को उठाकर दाएं घुटने के बाहरी हिस्से पर रख लें.
इस दौरान आपके ट्राइसेप्स घुटने पर टिके होने चाहिए.
फिर धीरे से शरीर को दाईं तरफ मोड़े.
बाएं हाथ को घुमा लें, जिससे कोहनी ऊपर की तरफ आ जाएं.
अब हाथ को मोड़ कर वापस बाएं पैर के टखने तक ले जाएं.
अब दाएं हाथ को कमर के पीछे से लेकर जाएं.
इस दौरान बाएं हाथ की कलाई को पकड़ लें.
अब शरीर के भार को बैलेंस में रखने की कोशिश करें.
पहली बार इसे ट्रेनर की मदद से करने की कोशिश करें.
इस अभ्यास को शुरूआत में 45 सेकेंड करें.
फिर बैलेंस और बल बढ़ने पर आप इसे 1 मिनट तक कर सकते हैं.
पाशासन के अभ्यास से मिलने वाले फायदे
पाशासन का नियमित अभ्यास हमें कई फायदे देता है. इससे शरीर में लचीलापन आता है और पेट की मांसपेशियां मजबूत होती हैं. साथ ही इससे पाचन संबंधी परेशानियां भी दूर हो सकती है. आइए नीचे इसके फायदे जानते हैं.
पाशासन के अभ्यास से मानसिक शांति और तनाव कम होता है.
यह एकाग्रता कम करने और स्मृति बढ़ाने में मददगार है.
इसके नियमित अभ्यास से जांघों में भी मजबूती आती है.
इसके साथ ही पैरों की पिंडलियां में भी ताकत आती है.
कंधों को मजबूती मिलती है और वे सुडौल बनते हैं.
शरीर के पोश्चर में सुधार के लिए बेहद फायदेमंद है.
इसके अभ्यास से पेट की अतिरिक्त चर्बी कम हो सकती है.
वजन घटाने में मददगार साबित हो सकता है.
सावधानियां
इसका अभ्यास करने से पहले वॉर्म अप जरूर करें.
शरीर में जितना संभव हो उतना ही खिंचाव लाएं
बॉडी के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर अभ्यास न करें.
पीरियड्स और गर्भावस्था के दौरान इसका अभ्यास न करें.
हाई या लो ब्लड प्रेशर में इसका अभ्यास कभी न करें.
Disclaimer:
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