2050 तक ठहर जाएगी सुपरपवार देश की लाइफ एक्सपेक्टेंसी, जानिए कितने साल तक जी पाएंगे लोग
अमेरिका एक सुपरपॉवर देश है, जहां चिकित्सा सुविधाओं और मेडिकल रिसर्च की भरमार है, इसके बावजूद वो शायद लाइफ एक्सपेक्टेंसी ज्यादा न बढ़ा पाए.
Life expectancy In America by 2050: यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन (University of Washington) के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) की एक नई स्टडी का अनुमान है कि अमेरिका में लाइफ एक्सपेक्टेंसी 2022 में 78.3 वर्ष से बढ़कर 2050 तक 80.4 वर्ष हो जाएगी. यह मामूली सुधार अहम पब्लिक हेल्थ चैलेंज का इशारा करता है, जिसमें अमेरिका की जीवन प्रत्याशा की वर्ल्ड रैंकिंग में गिरावट की उम्मीद है, 2022 में 49वें से गिरकर 2050 में 66वें स्थान पर आ सकती है.
लाइफ एक्सपेक्टेंसी में पीछे रह जाएगा अमेरिका
ऐसे में यूएसए कई हाई इनकम वाले और कुछ मिडिल इनकम वाले देशों से पीछे रह जाएगा. महिलाओं के लिए भी धीमी गति से बढ़ोतरी की भविष्यवाणी की गई है, उनकी वर्लड रैंकिंग 51वें से गिरकर 74वें स्थान पर आ जाएगी, जबकि पुरुषों की रैंकिंग 51वें से गिरकर 65वें स्थान पर आने की उम्मीद की गई है.
क्यों आ सकता है ऐसा रिजल्ट?
'द लैंसेट' में छपी स्टडी, इस सीमित प्रगति को बढ़ती मोटापे की दर और स्मोकिंग और ड्रग यूज डिसऑर्डर जैसे परसिसटेंट हेल्थ रिस्क से जोड़कर देखा जा रहा है, इन फैक्टर्स से क्रोनिक डिजीज और अधिर मृत्यु दर में वृद्धि होने की उम्मीद है, हालांकि हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और डायबिटीज जैसे प्रमुख कारणों से होने वाली मौतों में कमी की भविष्यवाणी की गई है.
क्या कर सकता है अमेरिका?
IHME का सुझाव है कि प्रमुख स्वास्थ्य जोखिमों का समाधान लाइफ एक्सपेक्टेंसी को बढ़ावा दे सकता है. मिसाल के लिए, मोटापा, स्मोकिंग और ड्रग यूज डिसऑर्डर को कम करने से जीवन प्रत्याशा में लगभग आधा साल जोड़ा जा सकता है. हालांकि, अकेले मोटापा एक महत्वपूर्ण खतरा है, IHME का अनुमान है कि 2050 तक 260 मिलियन से ज्यादा अमेरिकी प्रभावित होंगे, जो एक गंभीर पब्लिक हेल्थ क्राइसिस का संकेत है.
ओपिओइड महामारी एक और बड़ी चिंता बनी हुई है. हाल के सालों में ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों में मामूली गिरावट आई है, लेकिन उनका हाई लेवल बना रहने का अनुमान है, जिससे अमेरिका 2050 तक ड्रग से जुड़े मृत्यु दर में वर्ल्ड लीडर बन जाएगा. IHME इस संकट से निपटने के लिए एक्सपैंडेड और ज्यादा असरदार प्रिवेंशन और ट्रीटमेंट प्रोग्राम की जरूरत पर जोर देता है.
सुधार की जरूरत
ये स्टडी ज्यादा सुधार की संभावना पर भी जोर डालता है. बचपन के पोषण, टीकाकरण और व्यवहारिक और मेटाबॉलिक फैक्टर्स जैसे क्षेत्रों में जोखिम को खत्म करने से 2050 तक सालाना 5,50,000 मौतों को रोका जा सकता है, जिससे जीवन प्रत्याशा में लगभग 4 साल का इजाफा हो सकता है. इस तरह के बदलाव से अमेरिका हेल्थ आउटकम में कनाडा जैसे देशों के साथ अलाइन हो जाएगा.
रिसर्चर्स ग्लोबल रैंकिंग में अनुमानित गिरावट को उलटने के लिए तत्काल कार्रवाई पर जोर देते हैं. IHME के डॉ. स्टीन एमिल वोल्सेट (Stein Emil Vollset) इन चुनौतियों का समाधान करने और भविष्य के स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए नई स्वास्थ्य नीतियों और रणनीतियों को अपनाने की अर्जेंसी पर जोर देते हैं.