ब्रेन में ब्लड क्लॉटिंग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसे स्ट्रोक का कारण माना जाता है. यह स्थिति अचानक और गंभीर परिणाम ला सकती है, जैसे लकवा और यहां तक कि मौत भी हो सकती है. यह समस्या आमतौर पर खून वाहिकाओं में थक्का बनने से पैदा होती है. वैसे तो कुछ स्वास्थ्य स्थितियां इस समस्या के लिए जिम्मेदार होती हैं, लेकिन खराब लाइफस्टाइल और गलत आदतें भी इसके जोखिम को बढ़ाते हैं.


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गलत खानपान 

आहार का सीधा असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है. तला-भुना, अधिक नमक, शक्कर और वसा वाले खाद्य पदार्थों का सेवन खून वाहिकाओं को संकुचित कर सकता है, जिससे ब्लड क्लोटिंग का रिस्क बढ़ जाता है. 

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फिजिकल एक्टिविटी की कमी

अधिक समय तक एक ही स्थिति में बैठे रहना, जैसे कि कंप्यूटर पर काम करते समय या लंबी यात्रा के दौरान, ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट डाल सकता है. जिससे थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है.


अधिक शराब और धूम्रपान

शराब का सेवन और धूम्रपान करने से खून गाढ़ा होने लगता है. शराब में पाई जाने वाली रासायनिक पदार्थ रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती हैं और धूम्रपान से रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है. 


मानसिक तनाव और चिंता

अधिक मानसिक तनाव और चिंता से शरीर में कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का स्तर बढ़ सकता है, जो बीपी को बढ़ाता है. इससे रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है और ब्लड क्लॉटिंग की संभावना पैदा होती है.


अनियमित नींद 

अपर्याप्त नींद और अस्वस्थ जीवनशैली बीपी, शुगर लेवल और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती है, जो रक्त के थक्कों को बनने में मदद कर सकते हैं. नियमित रूप से कम नींद लेने से शरीर में सूजन और रक्त में गाढ़ापन बढ़ सकता है, जिससे ब्रेन क्लॉटिंग का खतरा बढ़ जाता है.


 



Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.