Liver Cirrhosis: कोल्ड ड्रिंक और पैकेटबंद जूस भी फैटी लिवर के लिए जिम्मेदार, इन शुरुआती संकेतों को न करें इग्नोर
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं. हमारी खानपान की आदतें और लाइफस्टाइल कई गंभीर बीमारियों का कारण बन रही हैं.
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं. हमारी खानपान की आदतें और लाइफस्टाइल कई गंभीर बीमारियों का कारण बन रही हैं. इन्हीं में से एक है फैटी लिवर. एक अध्ययन के अनुसार, कोल्ड ड्रिंक और पैकेटबंद जूस जैसे मीठे पेय पदार्थ फैटी लिवर का खतरा बढ़ा सकते हैं.
फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लीवर में चर्बी जमा हो जाती है. शुरुआत में यह बीमारी बिना किसी लक्षण के रह सकती है, लेकिन समय के साथ यह लीवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है.
कोल्ड ड्रिंक और पैकेटबंद जूस का खतरा
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) के एक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों की फैटी लिवर की शिकायत है उन्हें भूल से भी जूस, कोल्ड ड्रिंक या फल ज्यादा नहीं खाने चाहिए. इन पेय पदार्थों में अधिक मात्रा में शुगर होती है जो लीवर में चर्बी जमा होने का कारण बन सकती है.
फैटी लिवर के शुरुआती लक्षण
* थकान महसूस होना
* भूख न लगना
* वजन कम होना
* पेट में दर्द
* मतली
* उल्टी
* पीली आंखें
* त्वचा का पीला पड़ना
फैटी लिवर के कारण
* अधिक मात्रा में शराब का सेवन
* मोटापा
* टाइप 2 डायबिटीज
* हाई कोलेस्ट्रॉल
* कुछ दवाएं
फैटी लिवर से बचाव
* हेल्दी डाइट लें
* नियमित रूप से व्यायाम करें
* शराब का सेवन कम करें
* अपना वजन नियंत्रित रखें
* डॉक्टर की सलाह पर नियमित जांच करवाएं
निष्कर्ष
फैटी लिवर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसे रोका जा सकता है. हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर और डॉक्टर की सलाह पर नियमित जांच करवाकर आप इस बीमारी से बच सकते हैं. अगर आपको फैटी लिवर के कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.