Idli Benefits: इडली वैसे तो साउथ इंडिया की डिश है लेकिन इसे पूरे भारत में पसंद किया जाता है, लोग नाश्ते से लेकर लंच में इसे खाना पसंद करते हैं. ये रेसेपी न सिर्फ टेस्टी होती है, बल्कि ये सेहत को भी बेहतर बना सकती है. इडली को अक्सर सांभर और नारियल की चटनी के साथ खाया जाता है जिसमें प्रोटीन, विटामिन, फाइबर और मिनरल्स का कॉम्बिनेशन होता है. आइए डाइटीशियन आयुषी यादव से जानते हैं कि इस डिश को खाने से सेहत को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


इडली-सांभर और नारियल खाने के फायदे



1. इडली


इडली चावल और उड़द की दाल से बनाई जाती है, जो प्रोटीन और फाइबर का अच्छा सोर्स होती हैं. इडली को स्टीम किया जाता है, जिससे इसमें कम कैलोरी और फैट होता है.


वेट कंट्रोल: इडली लो कैलोरी वाली डिश है, जो वजन कम करने में मददगार हो सकती है. ये पेट को लंबे समय तक भरा रखती है, जिससे अधिक खाने की ख्वाहिश नहीं होती.


प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स: इडली में मौजूद प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत और विकास के लिए जरूरी है. ये शारीरिक विकास में भी मददगार होती है.


2. सांभर


सांभर एक तरह का दाल आधारित तरल व्यंजन है, जो कई सब्जियों और मसालों को मिलाकर तैयार किया जाता है. इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, आयरन, और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होते हैं.


हड्डियों को मजबूती: सांभर में सब्जियों और मसालों के कारण आयरन और कैल्शियम भरपूर होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं.


इम्यूनिटी बूस्टर: इसमें मौजूद मसाले और सब्जियां इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाते हैं, जिससे शरीर को बीमारियों से लड़ने की ताकत मिलती है.



3. नारियल की चटनी


नारियल की चटनी टेस्ट में तो लाजवाब होती ही है, साथ ही इसमें नारियल के जबरदस्त क्वालिटी शामिल होती हैं. कोकोनट में हेल्दी फैट्स, फाइबर, और विटामिंस (जैसे विटामिन ई और विटामिन के) पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए अहम होते हैं.



हेल्दी फैट्स: नारियल में मीडियम चेन फैटी एसिड्स (MCFA) होते हैं, जो इंस्टेंट एनर्जी देते हैं और फैट जमा नहीं होने देते. ये वजन कम करने में भी सहायक मददगार होते हैं


डाइजेशन में सुधार: नारियल की चटनी पाचन तंत्र को सुधारती है. इसमें मौजूद फाइबर पेट को साफ रखता है और कब्ज की परेशानी से राहत दिलाता है.


एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर: नारियल की चटनी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है और एजिंग प्रॉसेस को धीमा करती है.


(Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मक़सद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.)