Monkeypox Cases Reported in Kerala: भारत के सुदूर दक्षिण के राज्य केरल में एक बार फिर खतरनाक वायरस ने दस्तक दी है. स्टेट की हेल्थ मिनिस्टर वीणा जॉर्ज (Veena George) ने बीते बुधवार को कहा कि केरल में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के 2 मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि यूएई (यूएई) से हाल ही में केरल लौटे दो पुरुषों में इस बीमारी की पुष्टि हुई है.
 


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इनफेक्टेड लोगों की निगरानी
स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज के बयान के मुताबिक, वायनाड (Wayanad) जिले के एक शख्स शुरू में संक्रमित पाया गया था, और बाद में कन्नूर (Kannur) के दूसरे व्यक्ति की जांच में भी इंफेक्शन कंफर्म हुई.  बीमारी के मामलों की रिपोर्ट के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने उन लोगों को निर्देश दिया है जो रोगियों के संपर्क में आए थे, वे किसी भी लक्षण की निगरानी करें और उन्हें तुरंत रिपोर्ट करें. केरल ने इस साल सितंबर में दुनिया भर में इस बीमारी के फैलने के बाद मंकीपॉक्स के कुछ मामले रिपोर्ट किए गए थे.


स्वास्थ्य मंत्री ने लक्षणों वाले विदेशों से आने वाले लोगों के लिए आइसोलेशन की अहमियत को दोहराया और संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने के बाद 21 दिनों तक निगरानी की सलाह दी. प्रिवेंटिव उपायों में स्ट्रिक्ट हाइजीन और सेफ्टी प्रीकॉशन का पालन शामिल है.


मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स, कोविड-19 (COVID-19) या एच1एन1 (H1N1) जैसे एयरबॉर्न डिजीज के उलट, खासतौर से संक्रमित लोगों, उनके बिस्तर या कपड़ों के सीधे संपर्क से फैलता. ये वायरस बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं जैसे कमजोर समूहों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है. 


एमपॉक्स के लक्षण
वायरस के लक्षणों में बुखार, गंभीर सिरदर्द, जोड़ों में सूजन, पीठ और मांसपेशियों में दर्द और थकान शामिल हैं, इसके बाद मुख्य रूप से चेहरे, अंगों, हथेलियों और जननांगों पर छाले जैसे चकत्ते निकलते हैं, जो दिखने में खतरनाक नजर आते हैं.

(इनपुट-पीटीआई)

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.