Naukasana Benefits: पेट की चर्बी घटा देता है ये 1 आसन, जानिए करने की आसान विधि
Naukasana Benefits: नौकासन के अभ्यास सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है. आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं...
Naukasana Benefits: पेट की चर्बी घटाने में नौकासन बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है. हम देख रहे हैं कि आज की बिजी लाइफस्टाइल में मोटापा तेजी से बढ़ रही समस्या है. खान पान और गलत दिनचर्या से आज हर दूसरा आदमी मोटापे से पीड़ित है. वजन घटाने के लिए योग में कई आसन हैं, जिसमें नौकासन (Benefits of Naukasana) सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस आसन से न सिर्फ मोटापा दूर होता है बल्कि पाचन क्रिया भी दुरुस्त हो जाती है.
नौकासन का अभ्यास शरीर की सेंट्रल नर्व पर काम करता है और सूर्य चक्र को जागृत करता है. ये दिखने में जितना आसान नजर आता है, करने में उतना ही कठिन होता है. हालांकि नियमित अभ्यास से कुछ ही दिनों में यह संभव हो सकता है.
क्या है नौकासन
नौकासन पीठ के बल लेट कर किये जाने वाले आसनों में एक महत्वपूर्ण योगासन है. इसे नौकासन इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसका आकार नाव की तरह का होता है. इसको नावासन के नाम से भी पुकारा जाता है, अंग्रेजी में इसे बोट पोज भी कहा जाता है.
नौकासन करने का सरल तरीका (how to do Naukasana)
सबसे पहले नौकासन करने के लिए पीठ के बल पर लेटें
दोनों पैरों को एकसाथ जोड़कर रखें.
इस दौरान अपने हाथों को भी शरीर के पास ही रखें.
लंबी गहरी सांस लें और सांस को छोड़ते हुए हाथ, पैर, छाती, सिर आदि को उठाएं.
हाथ और पैर एकदम सीधे रखें और घुटनों को न मोड़ें.
पैरों को उतना उठाएं कि जबतक पेट में खिंचाव न महसूस होने लगे.
शरीर के पूरे वजन को नितंब पर संतुलित करने का प्रयास करें.
इस स्थिति में आप 30 से 60 सेकंड तक रुकें.
नौकासन के जबरदस्त लाभ (Amazing benefits of Naukasana)
इस आसन को करने से कमर में थोड़ी बहुत परेशानी हो सकती है, लेकिन धीरे धीरे यह आपके कमर को मजबूत बनाता है.
इसके नियमित अभ्यास से शरीर का यह अंग बेहतर तरीके से काम करता है.
यह योगाभ्यास आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पाचन से संबंधित रोग जैसे कब्ज, एसिडिटी, गैस आदि से आपको छुटकारा दिलाता है.
नौकासन पेट की चर्बी को कम करने के लिए बहुत ही उम्दा योगाभ्यास है.
नियमित रूप से इस आसन को करने से किडनी स्वस्थ रहती है.
नौकासन करने के दौरान बरतें ये सावधानियां
अस्थमा और दिल के मरीजों को भी इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए.
गर्भावस्था और मासिक धर्म में इस आसन का अभ्यास नहीं करना चाहिए.
यदि पेट से जुड़े कोई ऑपरेशन को ज्यादा समय नहीं हुआ है तो नौकासन न करें.
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