भारत में कुपोषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है. मौजूदा आंकड़ों के अनुसार, लगभग 16.6 फीसदी आबादी इस समस्या से जूझ रही है. ग्लोबल हंगर इंडेक्स 2023 में भारत को 125 देशों की सूची में 111 वें स्थान पर रखा गया था, जो इस स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है. इसके अलावा, भारत में पांच साल से कम उम्र के लगभग 3 करोड़ बच्चे कुपोषण का शिकार हैं.


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लोगों को नहीं सही खानपान का ज्ञान
देश में आज भी बड़ी संख्या में लोग इस बात से अनजान हैं कि एक स्वस्थ शरीर के लिए किन-किन पोषक तत्वों की जरूरत होती है. विशेषकर महिलाएं, जो परिवार की देखभाल करती हैं, अक्सर अपने भोजन की पोषण संबंधी जरूरतों पर ध्यान नहीं देती. परिणामस्वरूप, उन्हें और उनके परिवार को आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स की कमी का सामना करना पड़ता है.


कुपोषण से बचने के लिए ये उपाय 

- प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, और मिनरल्स से भरपूर आहार लें. प्रोटीन के लिए दूध, दही, अंडा, मटर, दाल जैसे खाद्य पदार्थ खाएं. कार्बोहाइड्रेट के लिए अनाज, दलिया, रोटी खाएं. सब्जियों और फलों से विटामिन और मिनरल्स लें. 
 
- अगर भूख कम है, तो दिन में तीन बार थोड़ा-थोड़ा खाएं और दो से तीन बार नाश्ता करें. भोजन के बाद ही पेय लें. 


- डॉक्टर की सलाह से और जरूरत के अनुसार आयरन, जिंक, आयोडीन जैसे सप्लीमेंट्स लें. 

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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.