भारत में मुंह और गले के कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है. यह एक गंभीर समस्या है जिस पर ध्यान देने की जरूरत है. इस लेख में हम मुंह और गले के कैंसर के कारणों, लक्षणों और बचाव के उपायों के बारे में बात करेंगे.


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मुंह और गले का कैंसर मुंह, नाक, गले, साइनस और गर्दन के ऊपरी हिस्से में होने वाला कैंसर है. यह कई प्रकार का हो सकता है, लेकिन सबसे आम प्रकार स्क्वैमस सेल कैंसर होता है. भारत में मुंह और गले के कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है. अनुमान है कि 2030 तक इन मामलों में 30% की वृद्धि होगी. यह चिंताजनक स्थिति है और इस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत है.


मुंह और गले के कैंसर के कारण


तंबाकू, सुपारी और शराब का सेवन
ये तीन प्रमुख कारक हैं जो मुंह और गले के कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं. 80% से अधिक मामलों में इनका ही हाथ होता है.


खराब दंतों की सेहत
भारत में अधिकतर लोग अपने दांतों की अच्छी तरह से देखभाल नहीं करते हैं. इससे मुंह में बैक्टीरिया बढ़ने का खतरा रहता है, जो कैंसर का कारण बन सकता है.


देरी से पता चलना
भारत में मुंह और गले के कैंसर का पता आमतौर पर देरी से चलता है. इससे इलाज मुश्किल हो जाता है और मरीज की स्थिति गंभीर हो सकती है.


मुंह और गले के कैंसर के लक्षण
* मुंह में लगातार घाव
* आवाज में बदलाव
* निगलने में कठिनाई
* गले में दर्द
​* बिना वजह वजन कम होना


मुंह और गले के कैंसर से बचाव
* तंबाकू, सुपारी और शराब का सेवन बंद करें.
* नियमित रूप से दांतों की जांच करवाएं.
* मुंह की साफ-सफाई रखें.
* हेल्दी डाइट लें.
* नियमित रूप से डॉक्टर से चेकअप करवाएं.


Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.