डेंगू और मलेरिया के प्रकोप से अपने बच्चे को रखें दूर, हर पैरेंट्स को पता होने चाहिए ये 4 बातें
देशभर में डेंगू और मलेरिया के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. बदलते मौसम के साथ इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. मच्छरों के काटने से फैलने वाली ये बीमारियां बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं.
देशभर में डेंगू और मलेरिया के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. बदलते मौसम के साथ इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. मच्छरों के काटने से फैलने वाली ये बीमारियां बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती हैं. इसलिए, हर पैरेंट्स के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि इन बीमारियों से अपने बच्चे को कैसे सुरक्षित रखा जाए.
बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण वे जल्दी इन बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं. यहां हम आपको चार ऐसी महत्वपूर्ण बातें बता रहे हैं, जो हर पैरेंट्स को डेंगू और मलेरिया के प्रकोप से बचने के लिए जरूर जाननी चाहिए.
1. मच्छरों से बचाव करें
डेंगू और मलेरिया मच्छरों के काटने से फैलते हैं. इसलिए, बच्चों को मच्छरों से बचाना सबसे महत्वपूर्ण है. घर के सभी खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. बच्चों के सोते समय उनके बिस्तर के चारों ओर मच्छरदानी लगाएं. इसके अलावा, बच्चों को हमेशा फुल आस्तीन वाले कपड़े पहनाएं, ताकि उनकी त्वचा मच्छरों के सीधे संपर्क में न आए. मच्छर भगाने वाली क्रीम और लिक्विड का भी उपयोग करें, लेकिन ध्यान रखें कि बच्चों की त्वचा पर लगाने से पहले इन प्रोडक्ट्स का डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
2. खड़े पानी से बचाव करें
मच्छर अक्सर स्थिर पानी में पनपते हैं. इसलिए घर के आसपास और अंदर किसी भी जगह पर पानी जमा न होने दें. पानी की टंकी, कूलर, गमले और बर्तन आदि में पानी का जमा होना मच्छरों के प्रजनन का कारण बन सकता है. पानी की सफाई का विशेष ध्यान रखें और नियमित रूप से ऐसे स्थानों को खाली और साफ करें जहां पानी रुक सकता है.
3. हेल्दी डाइट और इम्यूनिटी बढ़ाएं
बच्चों को डेंगू और मलेरिया से बचाने के लिए उनकी इम्यूनिटी को मजबूत बनाना बेहद जरूरी है. इसके लिए उन्हें बैलेंस डाइट दें जिसमें फल, सब्जियां और प्रोटीन शामिल हों. विटामिन सी से भरपूर चीजें जैसे संतरा, नींबू, आंवला आदि उनके शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं.
4. बुखार को हल्के में न लें
अगर आपके बच्चे को बुखार होता है, तो इसे हल्के में न लें. डेंगू और मलेरिया के शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, बदन दर्द, सिरदर्द और थकान शामिल हैं. अगर आपको ये लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और आवश्यक जांच करवाएं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.