Pune CA`s Death: शरीर में दिख रहे हैं ये 7 लक्षण, तो तुरंत ब्रेक लीजिए! पुणे की चार्टर्ड अकाउंटेंट की मौत से लें सबक
हाल ही में पुणे में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन की असमय मृत्यु ने ऑफिस पर ज्यादा तनाव और बर्नआउट के गंभीर प्रभावों पर चर्चा को फिर से तेज कर दिया है.
हाल ही में पुणे में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन की असमय मृत्यु ने ऑफिस पर ज्यादा तनाव और बर्नआउट के गंभीर प्रभावों पर चर्चा को फिर से तेज कर दिया है. अन्ना केवल 26 वर्ष की थी और Ernst & Young (EY) में काम करती थी. उन्हें अपने नौकरी के शुरुआती चार महीनों में ही असहनीय वर्क प्रेशर के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी. यह हादसा न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे कॉरपोरेट जगत के लिए एक बड़ा झटका है. यह घटना इस ओर इशारा करती है कि जब काम का तनाव हद से ज्यादा बढ़ जाता है, तो हमारा शरीर हमें संकेत देने लगता है कि उसे ब्रेक की जरूरत है.
आज की प्रतियोगी दुनिया में ऑफिस पर ज्यादा काम का दबाव और मानसिक तनाव बहुत सामान्य हो गया है. Gallup की 2024 स्टेट ऑफ ग्लोबल वर्कप्लेस रिपोर्ट के अनुसार, 90% युवा भारतीय कर्मचारी काम से जुड़े तनाव का सामना कर रहे हैं. इस स्थिति में, यह जानना जरूरी है कि आपके शरीर को कब आराम और ध्यान की आवश्यकता है. आइए जानते हैं उन 7 संकेतों के बारे में, जो आपके शरीर की ब्रेक की पुकार हैं.
1. लगातार थकान
अगर आप बिना किसी खास शारीरिक मेहनत के भी दिन भर थका हुआ महसूस करते हैं और पर्याप्त नींद लेने के बावजूद सुबह उठने पर थकावट बनी रहती है, तो यह आपके शरीर का पहला संकेत हो सकता है कि उसे ब्रेक की जरूरत है.
2. सिरदर्द और माइग्रेन
लगातार तनाव और वर्कलोड से सिरदर्द या माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है. अगर आप अक्सर सिरदर्द से परेशान रहते हैं, तो यह इशारा है कि मानसिक तनाव आपके शरीर पर भारी पड़ रहा है.
3. नींद की कमी या ज्यादा नींद
अगर आपको रात में ठीक से नींद नहीं आती है या आप सामान्य से अधिक सो रहे हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर को काम के तनाव से राहत की जरूरत है. अच्छी नींद लेना हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है.
4. चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स
जब शरीर और दिमाग लगातार दबाव में होते हैं, तो इसका असर आपके व्यवहार पर भी दिखने लगता है. आप छोटी-छोटी बातों पर चिड़चिड़ा महसूस करने लगते हैं, और आपका मूड बार-बार बदलने लगता है.
5. किसी चीज में ध्यान केंद्रित न कर पाना
जब आप लगातार तनाव में होते हैं, तो आपका दिमाग ठीक से काम नहीं कर पाता. आप अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई महसूस करने लगते हैं.
6. पेट की समस्याएं
शरीर पर ज्यादा मानसिक तनाव का असर आपके पाचन तंत्र पर भी पड़ता है. लगातार पेट दर्द, अपच या अन्य पेट की समस्याएं यह संकेत देती हैं कि आपको आराम की जरूरत है.
7. दिल की धड़कन तेज होना या अन्य शारीरिक समस्याएं
अगर आपको बिना किसी कारण दिल की धड़कन तेज़ महसूस होती है या अन्य शारीरिक समस्याएं जैसे सांस लेने में दिक्कत, तो यह आपके शरीर का एक गंभीर संकेत हो सकता है. यह बताता है कि आपके शरीर को तुरंत राहत और आराम चाहिए.
अन्ना सेबेस्टियन की मौत ने यह स्पष्ट किया है कि हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध है. ज्यादा काम और तनाव के चलते कई बार शरीर अपनी सीमाओं को पार कर जाता है, और इसका परिणाम घातक हो सकता है. इसलिए, काम के बीच नियमित रूप से ब्रेक लेना और खुद की देखभाल करना बहुत जरूरी है. अगर आपके शरीर में इनमें से कोई भी संकेत दिखे, तो समय पर ध्यान देकर खुद को आराम दें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें.