न्यूयार्क : प्रोटेस्ट कैंसर से पीड़ित व्यक्तियों के परिवार की महिलाओं को स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है। खास तौर पर यदि पिता, भाई या बेटे जैसे निकट संबंधियों को प्रोटेस्ट कैंसर हुआ हो तो महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। यह दावा एक नए शोध में किया गया है। यह शोध अमेरिका में बारबरा एन्न कारमानोस कैंसर इंस्टीट्यूट के शोधार्थियों ने किया है।


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

शोधकर्ता जेनिफर एल. बीबे-डिमर के अनुसार कि स्तन कैंसर का जोखिम उन महिलाओं में अधिक होता है, जिनका प्रोटेस्ट कैंसर को लेकर किसी तरह का पारिवारिक इतिहास रहा हो। लेकिन जिन महिलाओं के पिता, भाई या बेटे को यह बीमारी रही हो, उनमें स्तन कैंसर का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। बीबे-डिमर ने वर्ष 1993 से 1998 के बीच वीमेंस हेल्थ इनिशियेटिव ऑब्जरवेशनल स्टडी में पंजीकृत 78,171 महिलाओं का अध्ययन किया। अध्ययन की शुरूआत में इन महिलाओं को स्तन कैंसर नहीं था। लेकि न बाद में वर्ष 2009 में इनमें से 3,506 महिलाओं को स्तन कैंसर से पीडित पाया गया।


शोधकर्ताओं ने पाया कि पिता, भाई या बेटे को प्रोटेस्ट कैंसर होने की स्थिति में महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा 14 प्रतिशत बढ़ जाता है। वहीं, यदि परिवार में प्रोटेस्ट और स्तन, दोनों तरह के कैंसर का खतरा होता है तो संबंधित महिलाओं में इसका खतरा 78 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। बीबे-डिमर ने कहा कि शोध के इस नतीजे से चिकित्सकों को मरीजों में कैंसर के खतरे के आकलन, जांच और उपचार में मदद मिलेगी। यह शोध "कैंसर" जर्नल में प्रकाशित हुआ है।