Young Age में की गई इन गलतियों से बढ़ा जाता है कैंसर का खतरा, कहीं आप तो नहीं करते ऐसा?
कैंसर एक बेहद ही जानलेवा बीमारी है, जो हर साल लाखों लोगों की मौत की वजह बनता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में लगभग 9.5 मिलियन (95 लाख) लोगों की कैंसर से मृत्यु हुई थी.
कैंसर एक बेहद ही जानलेवा बीमारी है, जो हर साल लाखों लोगों की मौत की वजह बनता है. एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2020 में लगभग 9.5 मिलियन (95 लाख) लोगों की कैंसर से मृत्यु हुई थी. इसक अलावा, भारत में कैंसर से हर साल लगभग 8.08 लाख लोगों की मृत्यु होती है. कैंसर के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- खराब खानपान, तनाव, धूम्रपान, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, आदि. कैंसर का एक और अहम कारण है आलसपन.
एक अध्ययन में पाया गया है कि जो पुरुष जवानी में आलसी प्रवृत्ति के होते हैं और कोई शारीरिक गतिविधियां नहीं करते हैं, उनमें कैंसर होने की संभावना 40% अधिक होती है. अध्ययन में पाया गया कि कम उम्र में अच्छी कार्डियो रेस्पिरेटरी फिटनेस वाले लोगों में उम्र बढ़ने के साथ आंत, किडनी, लिवर, पैंक्रियाज और फेफड़ों के कैंसर होने की संभावना कम होती है.
अध्ययन
स्वीडन में गोथेनबर्ग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 16 से 25 वर्ष की आयु के बीच सेना में भर्ती होने वाले 10 लाख से अधिक पुरुषों के डेटा की जांच की. इन पुरुषों को सेना में भर्ती होने के लिए कई टेस्ट से गुजरना पड़ा, जिसमें एक साइकिल चलाने का टेस्ट भी शामिल था. इस टेस्ट के परिणामों के आधार पर, शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को तीन श्रेणियों में बांटा- हाई, मध्यम और कम कार्डियो रेस्पिरेटरी फिटनेस. शोधकर्ताओं ने तब इन पुरुषों का 50 वर्ष की आयु तक पालन किया. इस अवधि के दौरान 7 प्रतिशत पुरुषों को कैंसर हो गया.
अध्ययन में क्या आया सामने?
अध्ययन में पाया गया कि युवावस्था के दौरान जिन लोगों का फिटनेस का स्तर कम था उसकी तुलना में फिट रहने वाले पुरुषों में कैंसर के विकास के कम जोखिम से लिंक था. फेफड़ों के कैंसर में सबसे बड़ी कमी देखी गई। इसके बाद लिवर कैंसर और भोजन नली का कैंसर आया. शोधकर्ताओं का कहना है कि यह अध्ययन युवाओं को नियमित रूप से व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित करने वाला है. उन्होंने कहा कि व्यायाम कैंसर के जोखिम को कम करने के कई अन्य तरीकों के साथ मिलकर काम कर सकता है, जैसे कि धूम्रपान न करना, स्वस्थ आहार खाना और वजन को नियंत्रित रखना.
क्या बोले अध्ययन के लेखक
अध्ययन के प्रमुख लेखक, डॉ. जेनिफर रीट ने कहा कि हमारा अध्ययन बताता है कि युवावस्था में व्यायाम करने से कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. यह एक महत्वपूर्ण खोज है क्योंकि कैंसर दुनिया भर में सबसे आम मौत का कारण है. डॉ. रीट ने कहा कि व्यायाम कैंसर से बचाने में मदद करने के तरीके अभी तक स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन यह संभव है कि यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करे. उन्होंने कहा कि व्यायाम कैंसर कोशिकाओं के विकास को भी धीमा करने में मदद कर सकता है.